Caste Census: जाति जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा है कि जाति जनगणना कराने से न तो बेरोजगारी की समस्या हल होगी और न ही समाज में असमानता खत्म होगी. कास्ट सेंसस को इंदिरा जी और राजीव जी की विरासत का अपमान माना जाएगा.
उन्होंने चिट्ठी में यह भी लिखा कि 1980 में इंदिरा गांधी ने कहा था कि न जात पर, न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर. 1990 में राजीव गांधी ने भी जाति को चुनावी मुद्दा बनाने का विरोध किया था.
आनंद शर्मा ने कास्ट सेंसस के विरोध में लिखा चिट्ठी:
Congress leader Anand Sharma writes to the party's national president Mallikarjun Kharge.
The letter reads, "...In my considered view, a Caste Census cannot be a panacea nor a solution for the unemployment and prevailing inequalities.."
The letter also reads, "...In my humble… pic.twitter.com/U0xUTNXpIF
— ANI (@ANI) March 21, 2024
वहीं, जाति जनगणना पर सवाल उठाने वाले आनंद शर्मा के पत्र पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि आनंद शर्मा एक वरिष्ठ नेता हैं. वह सीडब्ल्यूसी के सदस्य भी हैं. इसलिए अगर उन्हें कुछ चर्चा करनी है तो वह वहां कर सकते हैं.
आनंद शर्मा के पत्र पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की प्रतिक्रिया:
#WATCH | Delhi: On Anand Sharma's letter raising a question on caste census, Congress leader Pawan Khera says, "...Anand Sharma is a senior leader. He is also a member of CWC. So if he wanted to discuss anything, he could do so there." pic.twitter.com/af2EDkcKbd
— ANI (@ANI) March 21, 2024
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी पिछले कुछ महिने से कास्ट सेंसस पर जोर देते आ रहे हैं. उनका कहना है कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी.