कोरोना संकट: कांग्रेस का बीजेपी पर बड़ा हमला, कहा- मजदूरों से घर छीना, रोजगार छीना, सुकून छीना
पीएम मोदी और राहुल गांधी (Photo Credits: PTI)

कोरोना वायरस से इस वक्त भारत में अपना प्रकोप दिखा रहा है. हजारों की संख्या में लोगों को इस वायरस की चपेट में आने से संक्रमित हैं. कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार ने देशभर में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया है. मजदूरों और किसानों समेत जरूरतमंदो के लिए कई कदम भी उठा रही है. लेकिन इस महामारी के दौर में केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस ने एक बाद फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने पहले तो मजदूरों से घर छीना, रोजगार छीना, सुकून छीना और अब सम्मान छीन रही है। पैसे देने का वादा करके पैसे नहीं दे रही. क्या भाजपा को अहसास है कि जब बैंक गए मजदूर को उसके खाते में पैसे न होने की बात पता चलती है, तो कितनी बेबसी महसूस होती है.

बता दें कि कांग्रेस इससे पहले भी बीजेपी हमला करते हुए कहा था कि भाजपा सरकार के दौरान बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या रही है. लेकिन लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी में बेहताशा वृद्धि हुई है. बेरोजगारी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. बेरोजगारी से निपटने के लिए सरकार को स्पष्ट नीति तय कर रोजगार सृजन के लिए कदम उठाने चाहिए. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि देश के बैंकों ने 50 बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया है. जिसके बाद बीजेपी ने उपर पलटवार किया था. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा था कि उन्हें पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से ट्यूशन लेनी चाहिए.

कांग्रेस का ट्वीट:- 

कांग्रेस का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि लॉकडाउन के दौरान लगातार बीजेपी की सरकार पर कांग्रेस हमला करती आ रही है. इससे पहले खुद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी लॉकडाउन को बगैर तैयारी लागू करने की आलोचना की थी और जोर देकर कहा था कि टेस्ट करने से ही इस बीमारी से पार पाया जा सकता है, जिसका देश में अभाव है. उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन का फैसला बगैर तैयारी के साथ लागू किया गया, जिससे अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हुआ और लाखों की संख्या में मजदूरों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. उनके आरोप पर बीजेपी ने कहा था कि हमारा पहला लक्ष्य कोविड-19 को हराना होना चाहिए, ना की सस्ती राजनीति करना.