सीएम एकनाथ शिंदे ने आज शाम अपने गुट के विधायकों और सांसदो और मंत्रियों संग बैठक की. बैठक के बाद सीएम शिंदे ने अपने इस्तीफे की अटकलों को खारिज कर दिया. महाराष्ट्र के राजनीतिक ड्रामा के बीच शरद पवार ने अब दिल्ली में NCP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. ये मीटिंग दोपहर 3 बजे होगी. पवार कल सुबह दिल्ली जाएंगे.
महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक स्थिति अभी भी काफी अस्थिर है, क्योंकि हालिया राजनीतिक संकट से धूल अभी तक नहीं उतरी है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों के एक समूह के भाजपा में शामिल होने के बाद जून 2022 में शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई. इससे महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हुआ, जिसमें शिंदे मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेन्द्र फड़णवीस उपमुख्यमंत्री बने. सुप्रिया सुले का अजित पवार पर पलटवार, कहा- पिता के बारे में एक शब्द बर्दाश्त नहीं करूंगी
राकांपा, जो एमवीए सरकार का हिस्सा थी, हाल के घटनाक्रमों पर विभाजित हो गई है. कुछ एनसीपी नेता शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं. करीब 40 साल तक अपने चाचा शरद पवार से वफादारी करने वाले अजित पवार ने पलटी मारी और वह NCP के बागी विधायकों के साथ NDA गठबंधन में शामिल हो गए. एनसीपी फिलहाल अपनी भावी रणनीति तय करने के लिए बैठक कर रही है.
चुनाव आयोग में भी अजित गुट ने अर्जी दायर की है. इसमें कहा गया है कि 30 जून को मुंबई में हुई कार्यकारिणी की बैठक में अजित पवार को NCP का अध्यक्ष चुना गया है. वहीं शरद पावर ने अपने गुट वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा 'अगर आप किसी चीज से खुश नहीं थे तो बातचीत से रास्ता निकालना चाहिए था. उन्होंने आगे अजित को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई गलत काम किया तो वह सजा भुगतने को तैयार रहें. पवार ने आगे कहा कि हम सरकार का हिस्सा नहीं हैं, लोगों के बीच हैं.'