West Bengal: विधानसभा बना जंग का मैदान! बीरभूम हिंसा को लेकर TMC-BJP विधायकों में मारपीट, शुभेंदु अधिकारी समेत 5 विधायक सस्पेंड (VIDEO)
पश्चिम बंगाल विधानसभा में झड़प (Photo Credits: ANI)

कोलकाता: बीरभूम घटना (Birbhum Violence) को लेकर पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा में आज खूब हंगामा हुआ. इस दौरान सत्ताधरी टीएमसी और विपक्ष बीजेपी के विधायकों के बीच मारपीट की भी खबर है. विपक्ष के नेता व बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा “सदन का आखिरी दिन होने के चलते हमने राज्य के क़ानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग की. ऐसा न होने के बाद संवैधानिक तरीके से विरोध किया जिसके बाद सिविल ड्रेस पहने पुलिस कर्मी और TMC के विधायकों ने हमारे (बीजेपी के) विधायकों को मारा.” Birbhum Murder Case: मुख्यमंत्री ममता ने सख्त किए तेवर,पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता को गिरफ्तार किया

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामे पर सुवेंदु अधिकारी ने कहा “तृणमूल कांग्रेस, उनके गुंडे और पुलिस के ख़िलाफ़ हमारा मार्च है. इसको लेकर हम स्पीकर के पास भी जाएंगे. बंगाल में जो हालत है उसको लेकर केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए.” उधर, सदन के पटल पर टीएमसी और बीजेपी विधायकों के बीच झड़प के बाद सुवेंदु अधिकारी सहित 5 बीजेपी विधायक अगली सूचना तक विधानसभा से निलंबित किये गये है.

विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में लगभग 25 बीजेपी विधायकों ने विधानसभा से बहिर्गमन किया और दावा किया कि सदन के अंदर तृणमूल कांग्रेस के विधायकों द्वारा उनकी पार्टी के कई विधायकों के साथ मारपीट की गई. अधिकारी ने कहा, ‘‘ विधायक, सदन के भीतर भी सुरक्षित नहीं है...तृणमूल के विधायकों ने सचेतक मनोज तिग्गा सहित हमारे कम से कम 8-10 विधायकों के साथ मारपीट की, क्योंकि हम कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग कर रहे थे.’’

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी, विधानसभा में अराजकता फैलाने के लिए नाटक कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘ सदन में हमारे कुछ विधायक घायल हो गए हैं. हम बीजेपी के इस कृत्य की निंदा करते हैं.’’

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत अधिकारी की हत्या के कथित तौर पर विरोध स्वरूप बोगतुई गांव में करीब एक दर्जन झोपड़ियों में आग लगा दी गई जिसमें दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई कर रही है.