जामिया में छात्रों पर हुए पुलिस ऐक्शन पर बोले कमल हासन, मैं उनके लिए आवाज उठाता रहूंगा
अभिनेता और मक्कल निधि मैय्यम (MNM) के अध्यक्ष कमल हासन (Kamal Haasan) ने नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवाओं को सवाल पूछना चाहिए. अगर उनके सवालों को दबा दिया जाता है तो यह एक तरह से लोकतंत्र खतरे में है. उनके लिए आवाज उठाने के लिए आपको छात्र होने की जरूरत नहीं है. मैं भी क्षेत्र का स्थाई एक छात्र हूं और मैं आगे सवाल उठाता रहूंगा, नागरिकता संशोधन बिल सवाल पूछने उन्होंने कहा कि हम इस कानून के खिलाफ अपनी लड़ाई कानूनी तरीके से आगे बढ़ाएंगे. जामिया मामले पर लगातार सिनेमा जगत से रिएक्शन्स आ रहे हैं. कई अभिनेता स्टूडेंट्स के सपोर्ट में खुलकर अपनी प्रतिकिया दे रहे हैं.
नई दिल्ली:- अभिनेता और मक्कल निधि मैय्यम (MNM) के अध्यक्ष कमल हासन (Kamal Haasan) ने नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवाओं को सवाल पूछना चाहिए. अगर उनके सवालों को दबा दिया जाता है तो यह एक तरह से लोकतंत्र खतरे में है. उनके लिए आवाज उठाने के लिए आपको छात्र होने की जरूरत नहीं है. मैं भी क्षेत्र का स्थाई एक छात्र हूं और मैं आगे सवाल उठाता रहूंगा, नागरिकता संशोधन बिल सवाल पूछने उन्होंने कहा कि हम इस कानून के खिलाफ अपनी लड़ाई कानूनी तरीके से आगे बढ़ाएंगे. जामिया मामले पर लगातार सिनेमा जगत से रिएक्शन्स आ रहे हैं. कई अभिनेता स्टूडेंट्स के सपोर्ट में खुलकर अपनी प्रतिकिया दे रहे हैं.
इससे पहले कमल हासन ने नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर कहा था कि भारत को किसी एक संप्रदाय के लिए देश का निर्माण करना बेवकूफी है और युवा वर्ग जल्द ही इसे खारिज कर देगा. बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ रविवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर वाहनों को आग लगाए जाने की घटना में संलिप्तता के लिए कम से कम 10 लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं मंगलवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक भी गोली नहीं चलाई. यह भी पढ़ें:- नागरिकता संशोधन बिल 2019: कमल हासन ने कहा-भारत को एक संप्रदाय का देश बनाने की कोशिश करना बेवकूफी.
केरल में 100 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए
गौरतलब हो कि केरल में मंगलवार को लगभग 33 संगठनों द्वारा राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया गया और इसी के मद्देनजर पुलिस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से लगभग सौ लोगों को एहतियातन हिरासत में ले लिया है. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने वाले प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों में छुट्टी के आदेश नहीं दिए हैं. यहां कुछ छोटे राजनीतिक दलों द्वारा इस बंद का आह्वान किया गया, जिनका केरल विधानसभा में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.