चिन्मयानंद मामला: जांच एजेंसी एसआईटी ने कॉलेज में शिक्षकों-छात्रों से बात की
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ विधि की एक छात्रा द्वारा लगाये गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रहा विशेष जांच दल (एसआईटी) शनिवार को उनके आवास, आश्रम और उनके द्वारा संचालित कालेज पहुंचा. यह जानकारी कालेज के प्राचार्य ने दी. पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में एसआईटी का गठन उत्तर प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर किया है.
शाहजहांपुर (उप्र). पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ विधि की एक छात्रा द्वारा लगाये गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रहा विशेष जांच दल (एसआईटी) शनिवार को उनके आवास, आश्रम और उनके द्वारा संचालित कालेज पहुंचा. यह जानकारी कालेज के प्राचार्य ने दी. पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में एसआईटी का गठन उत्तर प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर किया है. पुलिस ने जांच के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी, हालांकि प्राचार्य स्वामी शुकदेवानंद स्नातकोत्तर कॉलेज के प्राचार्य अवनीश मिश्रा ने ‘भाषा’ को बताया कि आज कॉलेज आयी टीम ने परिसर स्थित हॉस्टल देखा जिसमें पीड़िता का कमरा सील है। उसे नहीं खोला गया तथा टीम ने विधि महाविद्यालय के अध्यापकों एवं छात्राओं से महिला आईपीएस अधिकारी ने बात की एवं जानकारी जुटाई.
उन्होंने बताया कि छात्रा के शोषण के मामले में शुक्रवार को आयी एसआईटी आज दूसरे दिन मुमुक्षु आश्रम पहुंची। इसके बाद टीम ने मुमुक्षु आश्रम द्वारा संचालित पांचों कालेजों का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि टीम मुमुक्षु आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद के दिव्य धाम आवास पर गई और पूरे आवास परिसर को देखा परंतु चिन्मयानंद के बाहर होने के कारण वह जांच दल के सम्मुख उपस्थित नहीं हुए. यह भी पढ़े-यूपी:लड़की का यौन शोषण करने का आरोप, पूर्व सांसद स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी गठन
एसआईटी में पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा एवं आईपीएस भारती सिंह तथा पी एस आनंद के साथ टीम के अन्य सदस्यों ने एलएलबी कर रही छात्राओं से पीड़िता के दोस्तों के बारे में तथा उसके स्वभाव आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की. टीम ने इसी विधि महाविद्यालय के अध्यापकों से भी छात्रा के बारे में जानकारी लेने के साथ ही पीड़िता के साथी सहित उसके दोस्तों के बारे में भी जानकारी ली. कालेज परिसर में कई घंटे रुकने के बाद यह जांच टीम पीड़िता के आवास पहुंची परंतु पीड़िता के घर पर ताला लगा होने के कारण वापस लौट गई.
उल्लेखनीय है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय की छात्रा ने 24 अगस्त को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करके कहा था कि एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है एवं उसे तथा उसके परिवार को जान का खतरा है. इसके बाद लड़की लापता हो गई थी. तब उसके पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध यौन शोषण की तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराने का प्रयास किया परंतु पुलिस ने अपहरण और जान से मारने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया.
स्वामी चिन्मयानंद की ओर से भी उनके अधिवक्ता ने एक दिन पूर्व पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का एक मुकदमा दर्ज कराया. इन्हीं दोनों मामलों को लेकर उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर एसआईटी जांच के लिए यहां पहुंची है.