मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल दो साल हिरासत में रहने के बाद मिली जमानत के एक सप्ताह बाद गुरुवार को घर लौट आए. नासिक के येओला से राकांपा विधायक भुजबल भ्रष्टाचार और धनशोधन मामलों में शामिल होने के अपराध में 14 मार्च 2016 को हुई गिरफ्तारी के बाद से जेल में थे.
बंबई उच्च न्यायालय ने चार मई को उन्हें कई आधारों पर जमानत दी थी. खराब स्वास्थ्य की वजह से वह केईएम अस्पताल में थे इसलिए घर नहीं जा सके थे.
गौरतलब है कि जमानत की औपचारिकताएं शनिवार को पूरी हो गई थी लेकिन वह अस्पताल में ही थे जबकि हजारों की संख्या में उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उनकी घर वापसी का इंताजर कर रहे थे.
नई दिल्ली में महाराष्ट्र सदन के निर्माण में घोटाले, धन शोधन और अन्य आरोपों के सामने आने के बाद महात्मा फुले समता परिषद के संस्थापक अध्यक्ष भुजबल की लोकनिर्माण विभाग मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उनकी भूमिका जांच के घेरे में आ गई थी.
भुजबल खराब स्वास्थ्य की वजह से बीते कुछ वर्षो में कई बार अस्पतालों के चक्कर काट चुके हैं. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह सक्रिय राजनीतिक में कब लौटेंगे.
हालांकि, राकांपा का कहना है कि वह सांताक्रूज स्थित अपने घर पर लौटने के बाद जून में पुणे में पार्टी के वर्षगांठ समारोह को संबोधित कर सकते हैं.