लोकसभा चुनाव से पहले दलितों को लुभाने की कोशिश, बीजेपी पका रही 5000 किलो 'सियासी खिचड़ी'

लोकसभा चुनाव आने वाले हैं. इस बाबत राजनैतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति के हिसाब से वोटरों को लुभाना शुरू कर दिया. इस रेस में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और बाकी दलों से एक कदम आगे दिखाई दे रही है.

बीजेपी ने दलित वोटरों को लुभाने की कवायद शुरू कर दी है (Photo Credits: ANI)

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) आने वाले हैं. इस बाबत राजनैतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति के हिसाब से वोटरों को लुभाना शुरू कर दिया है. इस रेस में भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस और बाकी दलों से एक कदम आगे दिखाई दे रही है. जी हां, दरअसल बीजेपी ने ख़फा दलित वोटरों को लुभाने की कवायद शुरू कर दी है. इस बाबत रविवार को बीजेपी की ओर से दिल्ली के रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में भीम महासंगम विजय संकल्प-2019 रैली का आयोजन होने जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के अलावा कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रैली के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तकरीबन 5000 किलो 'समरसता खिचड़ी' पकाकर बांटी जाएगी.

खबर है कि खिचड़ी के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के सभी 14 जिलों के परिवारों के घर-घर जाकर चावल, दाल, नमक व अन्य सामग्री को इकट्ठा किया है. बताया जा रहा है कि इस सियासी खिचड़ी को नागपुर से शेफ विष्णु मनोहर पकाएंगे. मनोहर अपनी टीम के साथ 20 फीट व्यास वाले और छह फीट गहरे बर्तन में खिचड़ी को पकाकर इतिहास रचेंगे.

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गौरतलब है कि दलित समाज के लोग कई कारण वश बीजेपी से खासा नाराज चल रहे हैं. जिसमें एससी एसटी बिल के बावत दलित आंदोलन प्रमुख है. 2019 के लोकसभ चुनाव से पहले-पहले दलितों को मनाने के लिए बीजेपी की ओर से एक पुरजोर कोशिश की जा रही है. इसके अलावा आपको याद होगा कि 2014 के लोकसभा के समय दूसरे दलों से कई अनुसूचित जाति के नेताओं (उदित राज समेत) ने बीजेपी का दामन थामा था. लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी दलितों का एक बड़ा तबका अपने साथ लेने में सफल रही थी.

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