राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाए सनसनीखेज इल्जाम, बीजेपी ने दिया करारा जवाब
राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकी हमले वाले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग करने संबंधित खबरों को लेकर उन पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब शहीदों के घर ‘दर्द का दरिया’ उमड़ा था तो ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ हंसते हुए दरिया में शूटिंग कर रहे थे.
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर देश में एक ओर जहां शोक का माहौल है वहीं दूसरे तरफ हमले पर जमकर राजनीति भी हो रही है. इस आतंकी हमले को लेकर एक तरफ पाकिस्तान की आलोचना की जा रही है तो वहीं अपनों पर भी निशाना साधने में नेता पीछे नहीं हैं. विपक्ष इस हमले पर लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. इस कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकी हमले वाले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग करने संबंधित खबरों को लेकर उन पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब शहीदों के घर ‘दर्द का दरिया’ उमड़ा था तो ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ हंसते हुए दरिया में शूटिंग कर रहे थे.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की शूटिंग से जुड़ी तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा, ‘‘पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म शूटिंग करते रहे. देश के दिल और शहीदों के घरों में दर्द का दरिया उमड़ा था और वे हंसते हुए दरिया में फोटोशूट पर थे.’’ यह भी पढ़ें- पुलवामा अटैक: भारत के पानी रोकने पर पाकिस्तान का जवाब, कहा- हमें इसकी चिंता नहीं
राहुल के इस वार पर अब बीजेपी ने उन्हें कड़ा जवाब दिया है. बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा "राहुल जी देश आपकी इन फर्जी खबरों से थक गया है. उस दिन के सुबह की तस्वीरें साझा कर देश को गुमराह करना बंद कीजिए. हो सकता है कि आप हमले के पहले से जानते थे लेकिन भारत के लोगों को इसके बारे में शाम को पता चला. अगली बार एक बेहतर स्टंट आजमाएं, जिसमें सैनिकों का बलिदान शामिल न हो.
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया था कि जब देश इस जघन्य हमले के कारण सदमे में था तो उस वक्त मोदी जिम कॉर्बेट पार्क में एक चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग और नौकायन कर रहे थे. उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री अपनी सत्ता बचाने के लिए जवानों की शहादत और ‘राजधर्म’ भूल गए. सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हमला 14 फरवरी दिन में करीब तीन बजे हुए और प्रधानमंत्री करीब सात बजे तक शूटिंग और चाय नाश्ते में व्यस्त थे. प्रधानमंत्री के इस आचरण को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं.’’ गौरतलब है कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.