Manoj Tiwari Replaced by Adesh Kumar Gupta: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष रहते हुए मनोज तिवारी का विवादों से रहा है गहरा नाता, अब हुई छुट्टी
दिल्ली बीजेपी के नए अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता दिल्ली एमसीडी के मेयर रहे हैं. पद से हटाये जाने के बाद मनोज तिवारी ने कहा “बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में इस 3.6 साल के कार्यकाल में जो प्यार और सहयोग मिला उसके लिये सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी व दिल्लीवासियों का सदैव आभारी रहूँगा."
नई दिल्ली: बीजेपी ने अपने संसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) को दिल्ली बीजेपी प्रमुख के पद से हटा दिया है. मंगलवार को पार्टी हाईकमान ने बड़ा बदलाव करते हुए मनोज तिवारी की जगह आदेश कुमार गुप्ता (Adesh Kumar Gupta) को दिल्ली में पार्टी की कमान सौंप दी है. दिल्ली बीजेपी के नए अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता दिल्ली एमसीडी के मेयर रहे हैं. पद से हटाये जाने के बाद मनोज तिवारी ने कहा “बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में इस 3.6 साल के कार्यकाल में जो प्यार और सहयोग मिला उसके लिये सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी व दिल्लीवासियों का सदैव आभारी रहूँगा. जाने अनजाने कोई त्रुटि हुई हो तो क्षमा करना.” इसके साथ ही उन्होंने आदेश कुमार को बधाई भी दी.
दिल्ली में बीजेपी के स्थानीय नेता के तौर पर खुद की पहचान बनाने वाले मनोज तिवारी अक्सर विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते थे. यही वजह है कि तिवारी की छवि राजनीतिक जगह में कभी भी एक गंभीर नेता के तौर पर नहीं बन सकी. उन्होंने दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष के पद पर रहते हुए साढ़े तीन साल के दौरान कई ऐसे बयान दिए, जिससे पार्टी की किरकिरी हुई. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष बने आदेश कुमार गुप्ता, मनोज तिवारी की हुई छुट्टी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान मनोज तिवारी ने लगातार केजरीवाल सरकार पर हमला बोला. उन्होंने एक चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भोले चेहरे के साथ इतनी मासूमियत भरी बातें करते हैं लेकिन उनके मासूम चेहरे के पीछे कई गुंडे छिपे हैं.
इसके अलावा दिल्ली में चुनाव होने के चलते शाहीन बाग पर भी मनोज तिवारी ने खूब बयानबाजी की थी. नागरिकता कानून (CAA) को लेकर शाहीन बाग में हुए धरना प्रदर्शन पर बीजेपी सांसद ने कहा था कि पैसे देकर वहां लोगों को बिठाया जा रहा है. न्यूज-18 के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि बच्चो को 500 रुपये देकर प्रदर्शन में लाया जा रहा है. कोई माई का लाल सीएए नहीं हटवा सकता.
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के हनुमान मंदिर जाने पर भी मनोज तिवारी ने विवादित बयान दिया था. बीजेपी नेता ने केजरीवाल के मंदिर जाने पर कहा “वे पूजा करने गए थे या हनुमान जी को अशुद्ध करने गए थे? एक हाथ से जूता उतारा, उसी हाथ से माला लेकर...क्या कर दिया? जब नकली भक्त आते हैं न तो यही होता है. मैंने पंडित जी को बताया, बहुत बार हनुमान जी को धोए हैं.”
साल 2018 में दिल्ली के गोकुलपुरी स्थित घर की सीलिंग तोड़ने के आरोप में बीजेपी सांसद और तत्कालीन दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी विवादों में आ गए थे. इस वाकिये का एक वीडियो वायरल होने के बाद तिवारी पर केस दर्ज किया गया था. इस घर को नगर निगम और पुलिस ने सील किया था. मनोज तिवारी को सीलिंग मुहिम के कारण सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ा था.
पिछले हफ्ते कोविड-19 के प्रकोप के बावजूद सील की गई सीमा पार कर मनोज तिवारी पड़ोसी राज्य हरियाणा में क्रिकेट खेलने गए थे. हालांकि बीजेपी नेता ने कहा की उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा की यात्रा करने के लिए मेरे पास अनुमति थी. मनोज तिवारी ने हरियाणा के सोनीपत में गनौर का दौरा करने के दौरान स्थानीय स्टेडियम में क्रिकेट खेला था. इस दौरान उन पर लॉकडाउन तोड़ने और सोशल डिस्टन्सिंग की अनदेखी करने का आरोप लगा.
उल्लेखनीय है कि अभिनय की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले मनोज तिवारी साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर-पूर्वी दिल्ली से जीत हासिल की. बीजेपी की ओर से चुनावी रण में उतरे तिवारी ने आम आदमी पार्टी के आनंद कुमार को 1 लाख 44 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया. जबकि साल 2019 के आम चुनावों में तिवारी ने बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित को मात दी. उन्होंने दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) को 3.63 लाख वोटों के अंतर से हराया. साल 2009 में मनोज तिवारी ने गोरखपुर निर्वाचन क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 15वीं लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा था, मगर हार गए थे.