बिजनौर लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कुंवर भारतेंद्र सिंह 3 हजार वोटों से आगे
बिजनौर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की सबसे वीआईपी सीटों में से एक मानी जाती है. इस सीट पर कई दिग्गज अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. 17वीं लोकसभा के लिए यहां से कौन सांसद बनेगा ये तो तो वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले हम आपको बताते हैं इस लोकसभा सीट की कुछ खास बातें.
उत्तर प्रदेश की सीट बिजनौर का रुझान आना शुरू हो गया है. यूपी की बिजनौर सीट से बीजेपी ने कुंवर भारतेंद्र सिंह (Bharatendra Singh) को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस से नसीमुद्दीन सिद्दीकी (Nasimuddin Siddiqui) इस सीट पर चुनाव लड़ेंगे. बीएसपी की तरफ से मलूक नागर (Malook Nagar) इस सीट के उम्मीदवार हैं. वहीं इस बार सपा-बसपा के एक होने पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है. उत्तर प्रदेश के 80 सीटों पर 7 चरणों में मतदान हुए हैं.
चुनाव तारीखों के नजदीक आने के साथ-साथ राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है. उत्तर प्रदेश की सीट बिजनौर पर भी राजनेता एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहें हैं. बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार जनता को लुभाने के लिए सक्रिय हो गए हैं. बीएसपी की तरफ से मलूक नागर (Malook Nagar) इस सीट के उम्मीदवार हैं. वर्तमान में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी ने इस बार भी अपने वर्तमान सांसद भारतेंद्र सिंह को ही यहां से जीत की जिम्मेदारी सौंपी है.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाने के पीछे कांग्रेस इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं को रिझाना चाहती है. नसीमुद्दीन को मुस्लिम समीकरण के चलते टिकट दिया गया है, इसके साथ ही वे आसपास की सीटों को भी प्रभावित कर सकते हैं. वहीं वे महागठबंधन के लिए भी बड़ी चुनौती बनकर उभर रहे हैं.
बेहद खास है बिजनौर सीट
बिजनौर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की सबसे वीआईपी सीटों में से एक मानी जाती है. इस सीट पर कई दिग्गज अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. बीएसपी प्रमुख मायावती, लोक जनशक्ति पार्टी के राम विलास पासवान, बॉलीवुड अदाकारा जयाप्रदा और कांग्रेस की ओर से पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने भी यहां से चुनाव लड़ चुकी है. साल 2014 लोकसभा चुनाव में देशभर में चली मोदी लहर ने इस सीट को बीजेपी के खाते में डाला.
बीजेपी के कुंवर भारतेंद्र सिंह ने यहां 2014 में 2 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता किस दल को अपना समर्थन देगी. 17वीं लोकसभा के लिए यहां से कौन सांसद बनेगा ये तो तो वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले हम आपको बताते हैं इस लोकसभा सीट की कुछ खास बातें.
बिजनौर लोकसभा सीट का समीकरण
बिजनौर लोकसभा सीट पर कुल 15 लाख से अधिक वोटर हैं, जिनमें 848606 पुरुष और 713459 महिला वोटर हैं. 2014 में इस सीट पर 67.9 फीसदी वोट डाले गए थे, इनमें से 5775 वोट NOTA को डले थे. 2011 की जनगणना के अनुसार, बिजनौर में कुल 55.18 % हिंदू और 44.04% मुस्लिम लोग हैं. बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें दो बिजनौर जिले, दो मुजफ्फरनगर जिले और एक मेरठ जिले से आती हैं. ये सीटें पुरकाजी, मीरापुर, बिजनौर, चांदपुर और हस्तिनापुर है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में सभी सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं. बीजेपी इस बार भी इस सीट पर अपना परचम लहराना चाहती है.
मोदी लहर में बीजेपी की शानदार जीत
साल 2014 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत हासिल की, बिजनौर में यही नजारा देखने को मिला. मोदी लहर की आंधी के सामने पूरा विपक्ष धराशायी हो गया.
भारतेंद्र सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी शाहनवाज राना को 2 लाख से अधिक वोटों से मात दी. शाहनवाज राना समाजवादी पार्टी की ओर से मैदान में थे. यहां बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार मलूक नागर तीसरे नंबर पर रहे थे. राष्ट्रीय लोकदल की ओर से चुनावी मैदान में उतरी अभिनेत्री जयाप्रदा यहां पर कोई ज्यादा असर नहीं दिखा पाईं.
2014 में किस पार्टी को मिले कितने वोट
बीजेपी: कुंवर भारतेंद्र सिंह, कुल वोट मिले 486913, 45.9%
समाजवादी पार्टी: शाहनवाज राना, कुल वोट मिले 281136, 26.5%
बहुजन समाजवादी पार्टी: मलूक नागर, कुल वोट मिले 230124, 21.7%
राष्ट्रीय लोकदल: जयाप्रदा, कुल वोट मिले 23348, 2.3%
बता दें कि देश में सात चरणों में वोट डाले गए थे. 11 अप्रैल 2019 को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो वहीं 19 मई को आखिरी चरण का मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण में कुल 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. दूसरे चरण में 97, तीसरे चरण में 117, चौथे चरण में 71, पांचवे चरण में 51, छठे चरण में 59 और सातवें चरण में 59 लोकसभा सीटों के वोट डाले गए.