बिहार उपचुनाव: सत्ता के 'सेमीफाइनल' के लिए मैदान में उतरे 55 नेता, जानिए किस सीट से कौन है उम्मीदवार
बिहार में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के 'सेमीफाइनल' के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी. उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन सोमवार था. इस उपचुनाव में कुल 55 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं.
बिहार (Bihar) में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव (By-polls) को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के 'सेमीफाइनल' के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी. उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन सोमवार था. इस उपचुनाव में कुल 55 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं. बता दें कि समस्तीपुर लोकसभा सीट (Samastipur Lok Sabha Seat) लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद रामचंद्र पासवान का हाल ही में निधन होने के कारण रिक्त हुई है.
वहीं, नाथनगर, किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा और बेलहर विधानसभा सीट यहां के विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने पर रिक्त हुई थीं. यह भी पढ़ें- बिहार उपचुनाव: JDU इन चार नेताओं में से किसी एक को भेजेगी राज्यसभा, CM नीतीश कुमार लेंगे अंतिम फैसला.
समस्तीपुर लोकसभा सीट के उम्मीदवार-
रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज ने समस्तीपुर (आरक्षित) सीट से एलजेपी के टिकट पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन में हुए समझौते के तहत कांग्रेस ने समस्तीपुर (आरक्षित) सीट से अशोक राम को उम्मीदवार बनाया है.
नाथनगर विधानसभा सीट-
बिहार में महागठबंधन में आपसी सहमति नहीं बन पाने के कारण उसके घटक दल नाथनगर में एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे. आरजेडी ने राबिया खातून को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं, जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने अजय राय को टिकट दिया है. नाथनगर विधानसभा सीट जेडीयू विधायक विजय मंडल के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने से चुनाव में खाली हुई थी और जेडीयू ने अब यहां से लक्ष्मीकांत मंडल को मैदान में उतारा है.
किशनगंज विधानसभा सीट-
कांग्रेस की ओर से किशनगंज लोकसभा से सांसद मोहम्मद जावेद की मां 72 साल की सईदा बानो ने किशनगंज विधानसभा से नामांकन पत्र दाखिल किया है. पहले इस सीट से जावेद विधायक थे और उनके संसद पहुंचने के बाद सीट खाली हो गई थी. वहीं, बीजेपी की ओर से मुस्लिम बहुल विधानसभा सीट किशनगंज से 37 साल की स्वीटी सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. यह भी पढ़ें- बिहार उपचुनाव: महागठबंधन को बिखरता देख RJD के तेवर नरम.
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट-
सिमरी बख्तियारपुर के जेडीयू विधायक और पूर्व मंत्री दिनेश चंद्र यादव के मधेपुरा लोकसभा सीट से निर्वाचित होने पर इस सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी ने अरुण कुमार को उम्मीदवार बनाया है. सिमारी बख्तियारपुर सीट पर भी बिहार महागठबंधन के घटक दल आमने-सामने होंगे. इस सीट से आरजेडी ने जफर आलम को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं, मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी ने दिनेश कुमार निषाद को टिकट दिया है.
दरौंदा विधानसभा सीट-
दरौंदा विधानसभा सीट जेडीयू विधायक कविता सिंह के सिवान से लोकसभा के लिए चुने जाने पर खाली हो गई थी. अब यहां से उनके पति अजय सिंह को जेडीयू ने अपना उम्मीदवार बनाया है. आरजेडी ने दरौंदा से उमेश कुमार सिंह को पार्टी का टिकट दिया है जबकि भाकपा माले ने उमा शंकर पंडित को और भाकपा ने भरत सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है.
बेलहर विधानसभा सीट-
बेलहर से जेडीयू ने अपने पूर्व विधायक गिरिधारी यादव जो कि बांका से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं, के भाई लालधारी यादव को टिकट दिया है जबकि आरजेडी ने रामदेव यादव को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है.
उल्लेखनीय है कि बिहार उपचुनाव में सीधा मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच होगा. इस उपचुनाव के नतीजे दोनों गठबंधनों के भविष्य और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे के फॉर्मूले की दिशा तय करेंगे. बताते चलें कि बिहार उपचुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.