Bihar Assembly Elections 2020: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने दिया इस्तीफा, JDU से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज, रिया पर बयान से आये थे सुर्खियों में

फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत सिंह मामले में सुर्खियों ने रहने वाले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को लेकर राज्यपाल से सिफारिश की थी. जिनके सिफारिश को राज्यपाल से स्वीकार कर लिया है. जिसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है. कहा जा रहा है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने यूह फैसला लिया है. गुप्तेश्वर पांडे के बारे में कहा जा रहा है कि वे लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से चुनाव लड़ सकते हैं.

बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Photo Credits ANI)

पटना: फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत सिंह मौत मामले में रिया चक्रवर्ती को लेकर सुर्खियों में रहने वाले बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) को लेकर राज्यपाल के पास आवेदन किया था. जिनके आवेदन को राज्यपाल ने  मंजूर कर लिया है. जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कहा जा रहा है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू (JDU) से चुनाव लड़ सकते हैं. इसलिए उन्होंने नौकरी से रिटायरमेंट लिया है. पांडे के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि जेडीयू उन्हें  बक्सर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती हैं.

गुप्तेश्वर पांडे  का राज्यपाल ने वीआरएस मंजूर कर लिया है. इस बात की पुष्टि समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ से भी की गई है. वहीं उनका वीआरएस मंजूर किये जाने के बाद आईपीएस संजीव कुमार सिंघल (Sanjiv Kumar Singhal) को उनका अतरिक्त प्रभार दिया गया हैं. यह भी पढ़े: Rhea Chakraborty Arrested By NCB: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा- रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी ड्रग्स तस्करों के साथ उनके संबंधों को उजागर करती है

गुप्तेश्वर पांडे का वीआरएस मंजूर:

इसी बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर देर रात एक ट्वीट किया, उन्होंने लिखा 23 सितंबर को शाम 6 बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आऊंगा. मैसेज के ऊपर उन्होंने एक कैप्शन भी दिया गया है जिसमें लिखा है- मेरी कहानी, मेरी जुबानी...

गुप्तेश्वर पांडे का  ट्वीट:

बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उनका जन्म बक्सर जिले के एक छोटे से गांव गेरुआ में 1961 में हुआ था. 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास करने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए पटना यूनिवर्सिटी  में एडमिशन कराया. पढ़ाई पूरी होने के बाद वे 1986 में आइआरएस बने. लेकिन वे अपनी इस नौकरी से संतुष्ट नहीं थे. ऐसे में उन्होंने दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी और आइपीएस  बने. जिसके बाद उन्होंने बिहार पुलिस में कई बड़े पदों पर रहने के बाद उन्हें 31 जनवरी 2019 को उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था. जिनका कार्यकाल करीब पांच महीने बाद 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला है. लेकिन इसके पहले ही उन्होंने अपनी नौकरी से वीआरएस ले लिया.

 

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