भिंड लोकसभा सीट: 30 साल से बीजेपी ने जमाया है कब्जा, संध्या राय और देवाशीष जरारिया में होगी टक्कर

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर सियासत चरम पर है. सूबे में लोकसभा की 29 सीटों के लिए मतदान चार चरणों में हो रहा है.

भिंड लोकसभा सीट (File Image)

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर सियासत चरम पर है. सूबे में लोकसभा की 29 सीटों के लिए मतदान चार चरणों में हो रहा है. 12 मई को संपन्न हुए तीसरे चरण में भिंड (Bhind) संसदीय क्षेत्र में भी वोट डाले गए. यहां चुनावी मैदान में बीजेपी की ओर से संध्या राय, कांग्रेस के देवाशीष जरारिया और बीएसपी के बाबू लाल जामोर थे.

भिंड लोकसभा सीट साल 1962 में सबसे पहला चुनाव हुआ था. यहां पर सभी चुनावों में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होता है. इस बात की गवाही यहां का पुराना राजनीतिक इतिहास भी देता है. हालांकि बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के उम्मीदवार भी रण में उतरते है. जिस कारण त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.

भिंड का 2014 में हाल-

भागीरथ प्रसाद (बीजेपी)- 4 लाख 4 हजार 474 वोट

इमरती देवी (कांग्रेस)- 2 लाख 44 हजार 513 वोट

इस निर्वाचन क्षेत्र में पूरा भिंड और दतिया जिला आता है. भिंड सीट बीजेपी के मजबूत किले में से एक है. इस सीट पर पिछले 8 चुनाव से बीजेपी जीत रही है. वहीं कांग्रेस को इस सीट पर सिर्फ 3 बार जीत नसीब हुई. पहले भिंड संसदीय सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिये आरक्षित रखी गई थी. लेकिन परिसीमन के बाद 1967 में यह सीट सामान्य हो गई.

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