कोलकाता: अमित शाह के रोड शो में हिंसा पर TMC ने चुनाव आयोग से मुलाकात का समय मांगा, BJP बोली- ममता के प्रचार पर लगे रोक
अमित शाह और ममता बनर्जी (Photo Credits: ANI)

तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों के दौरान बांग्ला लेखक व दार्शनिक ईश्वर चंद्र विद्यासागर (Ishwar Chandra Vidyasagar) की प्रतिमा गिराने के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात का समय मांगा है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के विशाल रोड शो के दौरान पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच कोलकाता (Kolkata) की सड़कों पर जबर्दस्त झड़प हो गई थी. हालांकि अमित शाह को किसी तरह की चोट नहीं आई और पुलिस उन्हें सुरक्षित स्थान तक ले गई. टीएमसी ने ट्वीट किया, 'डेरेक ओब्रायन, सुखेंदु शेखर राय, मनीष गुप्ता, नदीमुल हक वाली तृणमूल संसदीय टीम कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के बाद बंगाल की संपदा पर हुए हमले को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात करना चाहती है. बीजेपी के बाहरी गुंडों ने आगजनी की और विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा को तोड़ दिया.'

उधर, अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ममता जी अपनी हार से इतनी भयभीत हो गई हैं कि वह लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं और किसी को चुनाव प्रचार नहीं करने देना चाहती हैं. मैं चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील करता हूं. इससे पहले बीजेपी ने मंगलवार को चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में चुनाव प्रचार से रोकने का अनुरोध किया और आरोप लगाया कि वहां ‘संवैधानिक तंत्र’ ध्वस्त हो गया है. कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा और आगजनी की घटना के बाद केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी सहित पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा और राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की. यह भी पढ़ें- बंगाल में बढ़ा बवाल: अमित शाह के रोड शो में भिड़े BJP-TMC कार्यकर्ता, जमकर हुई पत्थरबाजी, गाड़ियों में लगाई आग

नकवी ने ममता बनर्जी पर कथित तौर पर बीजेपी को निशाना बनाने के लिए हिंसा में ‘सहभागी’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के अपने कार्यकर्ताओं को बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने के लिए ‘उकसाया’. बीजेपी प्रतिनिधिमंडल के चुनाव आयोग से मिलने के बाद नकवी ने संवाददताओं से कहा, ‘वह एक संवैधानिक पद पर हैं लेकिन असंवैधानिक टिप्पणियां कर रही हैं. अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को बदला लेने और हिंसा में शामिल होने के लिए कह रही हैं. वह सहभागी हैं. उन्हें प्रचार से तत्काल रोका जाना चाहिए.’

भाषा  इनपुट