बंगाल में ईवीएम में गड़बड़ी, हिंसा की छिट-पुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ अंतिम चरण का चुनाव
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम पांच बजे तक मथुरापुर (आरक्षित) में सर्वाधिक 78.52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसके बाद बशीरहाट में 77.77 फीसदी और डायमंड हार्बर में 77.40 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
कोलकाता. लोकसभा के अंतिम चरण के चुनाव में पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं एवं वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की खबरें सामने आईं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की नौ संसदीय सीटों के लिए रविवार को हुए चुनावों में शाम पांच बजे तक 72.91 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम पांच बजे तक मथुरापुर (आरक्षित) में सर्वाधिक 78.52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसके बाद बशीरहाट में 77.77 फीसदी और डायमंड हार्बर में 77.40 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे तक जयनगर (आरक्षित) सीट पर 75.81 प्रतिशत, बारासात में 74.41 प्रतिशत, दम दम में 73.05 प्रतिशत, जादवपुर में 70.97 फीसदी, कोलकाता दक्षिण में 67.09 प्रतिशत और कोलकाता उत्तर में 61.18 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
बंगाल में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत भी मतदान हुआ। इन सीटों से मौजूदा विधायकों के इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव कराया गया। ये विधायक लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भाटपारा विधानसभा क्षेत्र के तहत कंकीनारा में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कथित रूप से झड़प की खबरें आईं जहां उपचुनाव हो रहे थे।
उन्होंने बताया कि कंकीनारा में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यालय में बम भी फेंके गए और बाद में आग भी लगा दी गई जिससे केंद्रीय बलों को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए सामने आना पड़ा।
एक वरिष्ठ चुनाव अधिकारी ने कहा कि बैरकपुर पुलिस कमीशनरी को वहां स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए त्वरित कार्य बल (आरएएफ) की तैनाती करनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने भाटपारा में हिंसा के सिलसिले में उत्तर 24 परगना जिला मजिस्ट्रेट से एक रिपोर्ट मांगी है। वहां 61.30 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा, ‘‘मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। इन नौ लोकसभा क्षेत्रों में कहीं से भी किसी हिंसा की सूचना नहीं है। जो घटनाएं सामने आयी हैं वे बहुत मामूली हैं और तत्काल जरूरी कदम उठाये गए।’’
अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हालांकि कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी की सूचनाएं थीं। हमने बूथ पर अतिरिक्त ईवीएम भेजी , जहां मतदान तकनीकी गड़बड़ियों के चलते अस्थायी तौर पर बाधित हुआ था।’’ हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बलों एवं भाजपा ने रविवार के चुनाव के दौरान प्रताड़ित किया।
बनर्जी ने मतदान के बाद कहा, “आज सुबह से भाजपा कार्यकर्ताओं एवं सीआरपीएफ कर्मियों ने मतदाताओं को अत्याधिक प्रताड़ित किया। मैंने ऐसा कभी नहीं देखा।” तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं अब भाजपा के नेता अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य पुलिस द्वारा “एक कमरे के भीतर रोक कर रखा गया” और उनकी आवाजाही “पूर्ण रूप से सीमित” कर दी गई।
चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा कि हबीबपुर (आरक्षित) विधानसभा सीट पर 71.60 प्रतिशत मतदान हुआ, इस्लामपुर में 71.53 प्रतिशत, भाटपारा में 67.26 प्रतिशत जबकि दार्जीलिंग में 60.80 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
इस बीच उत्तर कोलकाता संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने दावा किया कि निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं के बीच भय पैदा करने के लिए गिरीश पार्क के समीप एक देसी बम फेंका गया।
हालांकि पुलिस ने कहा कि इलाके में केवल पटाखे जलाए गए और मतदान शांतिपूर्ण रहा। कोलकाता दक्षिण में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार माला रॉय ने आरोप लगाया कि उन्हें मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोक दिया गया।
डायमंड हार्बर सीट से भाजपा उम्मीदवार निलांजन रॉय और जादवपुर सीट से पार्टी उम्मीदवार अनुपम हाजरा की कारों में तोड़फोड़ किये जाने की भी खबर थी। आम चुनाव के अंतिम चरण में इन सीटों पर 1,49,63,064 मतदाता 111 उम्मीदवारों ने राजनीतिक किस्मत का फैसला किया।
अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 17,042 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की कुल 710 कंपनियों की तैनाता की गई।