समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार को कहा कि कभी-कभी आप प्रयोग में सफल नहीं होते हैं लेकिन आपको कमजोरियों के बारे में पता चल जाता है. मायावती (Mayawati) जी के लिए मैंने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में कहा था, 'मेरा सम्मान उनका सम्मान होगा.' मैं अब भी वही कहता हूं. जहां तक गठबंधन या अकेले चुनाव लड़ने की बात है, राजनीतिक रास्ते सभी के लिए खुले हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम अकेले उपचुनाव लड़ रहे हैं तो मैं पार्टी के सभी नेताओं के साथ चर्चा करूंगा कि हमारी भविष्य की रणनीति क्या होनी चाहिए और इसके लिए क्या करना चाहिए.
मालूम हो कि मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी. मायावती ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के साथ अपने गठबंधन से विराम ले रही हैं. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा "यह एक स्थायी विराम नहीं है." उन्होंने समाजवादी पार्टी को अपने कैडर में सुधार लाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि यादव मतदाताओं ने गठबंधन का समर्थन नहीं किया. उन्होंने कहा, "अगर यादवों ने गठबंधन को भारी संख्या में वोट दिया होता तो डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव जैसे वरिष्ठ एसपी नेता यादव बहुल सीटों से नहीं हारते. यह समाजवादी पार्टी के लिए चिंता का विषय है." यह भी पढ़ें- गठबंधन में गांठ, मायावती के बाद अब अखिलेश यादव ने भी कही अकेले चुनाव लड़ने की बात, कहा- रास्ते अलग-अलग तो सबको बधाई
SP chief Akhilesh Yadav: If we are contesting by-polls alone then I will discuss with all the leaders of the party that what should our future strategy be and work towards it. https://t.co/1jXPf3wLGH
— ANI UP (@ANINewsUP) June 5, 2019
बीएसपी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी को समाजवादी पार्टी के आधार वोट से कोई फायदा नहीं हुआ है. मायावती ने कहा, "हालांकि, हम राजनीतिक मजबूरियों को नजरअंदाज नहीं कर सकते और हम विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे. हालांकि, यह पथ का अंत नहीं है. अगर समाजवादी पार्टी अपने कार्यकतार्ओं में एक मिशनरी उत्साह पैदा करती है और अपने प्रदर्शन में सुधार करती है, तो हम देखेंगे."