Farmers Protest: सरकार पर बरसे अखिलेश यादव, बोले- MSP है, MSP रहेगा, लेकिन सिर्फ भाषण में
अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, कल मैंने सुना था, 'MSP था, MSP है, MSP रहेगा.' यह सिर्फ भाषण में है, लेकिन जमीन पर नहीं. किसानों को यह नहीं मिल रहा है.
नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राज्य सभा में किसानों को एक बार फिर भरोसा दिलाया कि MSP था, MSP है और MSP रहेगा. पीएम मोदी की इस बात पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लोकसभा में कहा, कल मैंने सुना था, 'MSP था, MSP है, MSP रहेगा.' यह सिर्फ भाषण में है, लेकिन जमीन पर नहीं. किसानों को यह नहीं मिल रहा है, अगर उन्हें मिल रहा होता तो, वे दिल्ली में नहीं बैठे होते. एसपी नेता ने कहा, मैं आंदोलनकारी किसानों को बधाई देता हूं कि उन्होंने पूरे भारत में किसानों को जगाया है.
अखिलेश यादव ने कहा, यदि सरकार कहती है कि कानून किसानों के लिए हैं, तो किसान इसे स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हैं? लोग, जिनके लिए इसका गठन किया गया है, वे इसे नहीं चाहते हैं. सरकार को इन्हें खत्म करने से कौन रोक रहा है ? ऐसे आरोप हैं कि आपने (सरकार) कॉरपोरेट्स के लिए कारपेट बिछाया है. Farmers Protest: पीएम मोदी के MSP वाले बयान पर कांग्रेस ने पूछा सवाल- सरकार किसानों को लिखित में क्यों नहीं दे रही हैं गारंटी.
लोकसभा में बोले अखिलेश यादव:
बता दें कि अखिलेश यादव ने पीएम के संबोधन पर निशाना साधा है. पीएम मोदी ने सोमवार को MSP पर किसानों को भरोसा दिलाया था. पीएम ने कहा था, 'MSP था, MSP है और MSP रहेगा. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष को जमकर घेरा था. साथ ही आंदोलनकारी किसानों से आंदोलन को खत्म करने की अपील भी की थी.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, हम आंदोलन करते हैं, हम जुमलेबाज तो नहीं हैं. MSP पर कानून बनना चाहिए वो नहीं बन रहा. तीनो काले कानून खत्म नहीं हो रहे हैं. प्रधानमंत्री जी ने 2011 में कहा था कि देश में MSP पर कानून बनेगा. यह जुमलेबाजी थी.
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर विवाद जारी है. दिल्ली की सीमाओं पर किसान डेरा डाले हुए हैं. वहीं विपक्ष की ओर से लगातार हंगामा किया जा रहा है.