शिवसेना के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, महाराष्ट्र जैसे राज्य जो बीजेपी शासित राज्य नहीं है. वहां पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. वह लोकतंत्र और हमारी आज़ादी को खतरे में लाना वाला है. यह ठीक नहीं है. संजय राउत ने कहा, दिल्ली से लोग आते हैं. हमारे लोगों के घरों में घुस जाते हैं. न नोटिस, न वारंट, न कोई समन. ठीक है, देख लेंगे. वक्त बदल जाएगा और हमारा भी वक्त आएगा. ED की कार्रवाई के बाद भड़के संजय राउत, कहा- गोली मारो या जेल भेजो हम नहीं डरेंगे, क्या मैं माल्या-चोकसी, मोदी या अंबानी-अदानी हूं?
संजय राउत ने बीजेपी नेताओं को भी घेरे में लिया. उन्होंने कहा, 'जब आईएनएस विक्रांत की हालत खराब हुई तो हमारे देश में कुछ लोगों ने मांग की कि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संग्रहालय में बदल दिया जाए. 200 करोड़ रुपये के फंड की जरूरत थी, सरकार इसे उपलब्ध नहीं करा सकी. इसके लिए महाराष्ट्र और पूरे देश में एक आंदोलन शुरू हुआ.
इसे लेकर किरीट सोमैया समेत महाराष्ट्र के तमाम नेता तत्कालीन रक्षा मंत्री और पीएम से मिलने दिल्ली आते थे. सोमैया ने एक अभियान शुरू किया कि अगर सरकार के पास पैसा नहीं है, तो वह आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए आवश्यक धन एकत्र करेंगे. उन्होंने लोगों से इसके लिए आग्रह किया.
संजय राउत ने कहा, लोगों ने बड़ी राशि का योगदान दिया. सोमैया ने कहा था कि इसे महाराष्ट्र राजभवन को सौंपा जाएगा. लोग इसके बारे में सोच रहे थे. हमें राजभवन से सूचना मिली है कि इतनी राशि राजभवन को नहीं सौंपी गई है. पैसा कहां गया?