दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. इस दौरान आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इन अफवाहों को खारिज कर दिया है.
अरविंद केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए साफ किया कि उनकी पार्टी दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है. इससे साफ है कि आम आदमी पार्टी अपनी स्वतंत्र चुनावी रणनीति पर ही जोर देगी, जिससे दिल्ली की सियासत में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है.
Aam aadmi party will be fighting this election on its own strength in Delhi. There is no possibility of any alliance with congress. https://t.co/NgDUgQ8RDo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 11, 2024
'आप' ने 2015 के शानदार प्रदर्शन को 2020 में भी बरकरार रखा. हालांकि, इसकी सीटें कुछ कम तो हुईं फिर भी यह प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई. 'आप' ने 2015 में 67 सीटें जीती थीं तो 2020 में 62 सीटें अपने नाम की.
आम आदमी पार्टी की इस घोषणा ने दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी समीकरणों को एक नई दिशा दी है. अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस इस स्थिति का कैसे जवाब देती है और क्या दिल्ली के मतदाता केजरीवाल की इस रणनीति को पसंद करेंगे.