लोकसभा चुनाव 2019: उत्तर प्रदेश पर लौटा बीजेपी का फोकस, महीने में दूसरी बार सूबे की यात्रा करेंगे PM मोदी, अमित शाह ने भी संभाला मोर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंचेंगे. वहां वह 3,800 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे
मुंबई: देश में अगले साल आम चुनाव होने हैं और इसके लिए सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई है. सभी पार्टियां अपने रणनीतिकारों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव का प्लान बना रही हैं. वैसे दिल्ली का किला फतह करने में उत्तर प्रदेश ने हमेशा से अहम भूमिका निभाई है. इस प्रदेश में जिस पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया, दिल्ली में उस पार्टी का दबदबा खुद बा खुद कायम हो जाता है. यूपी में लोकसभा की 80 सीट हैं और 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने में उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका रही है. बीजेपी ने सूबे में सभी विरोधियों को धूल चटाते हुए 71 सीटों पर कब्ज़ा किया था.
2014 में पीएम मोदी ने दो जगहों से चुनाव लड़ा था जिसमे से एक सीट वाराणसी थी. चुनाव जीतने के बाद जब एक सीट छोड़ने की बात आई तो पीएम ने गुजरात की सीट छोड़ दी थी. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया था जिसको अमित शाह ने मैनेज किया था. बीजेपी के मिशन 2019 में भी उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम हैं और यही बात पीएम मोदी और अमित शाह भलीभांति समझते भी है. इसी लिए दोनों दिग्गजो ने तैयारी भी शुरू कर दी हैं.
अमित शाह की इलाहाबाद यात्रा:
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर इलाहाबाद पहुंचे. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने धार्मिक नगरी में जूना अखाड़े के प्रसिद्ध सिद्धबाबा मौजगिरि मंदिर में दर्शन किये और यमुना के तट पर निर्मित सिद्धबाबा मौजगिरि घाट का उद्घाटन भी किया. इस दौरान सूबे के सभी प्रमुख नेता उनके साथ मौजूद थे.
पीएम मोदी शनिवार को जाएंगे लखनऊ:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंचेंगे. वहां वह 28 जुलाई को 3,800 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे. इसदौरान मोदी, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से भी सीधी बात करेंगे. प्रधानमंत्री इन योजनाओं में अच्छा काम करने वालों को सम्मानित भी करेंगे.
मिशन 2019 की तैयारी:
सियासी जानकारों की माने तो मोदी-शाह की जोड़ी एक बार फिर यूपी में बीजेपी का परचम लहराने के लिए जुट गई हैं. दोनों नेता सियासत के मंजे हुए खिलाडी हैं और यह बात जानते है कि इस बार हालात 2014 से अलग है. विपक्ष की एकजुटता से बीजेपी इसी साल यूपी में 3 लोकसभा उपचुनावों में हार गई है. ऐसा तय माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी को टक्कर देने के लिए पूरा विपक्ष एक हो जाएगा.
मायावती और अखिलेश दोनों लोकसभा चुनाव में पहले ही गठबंधन के संकेत दे चुके हैं. यही वजह है कि बीजेपी ने अपना पूरा ध्यान यूपी पर केंद्रित कर दिया हैं. इसी महीने की 15 तारीख को पीएम मोदी मिर्जापुर की यात्रा पर गए थे. इस दौरान उन्होंने बहुप्रतीक्षित बाणसागर नहर परियोजना सहित कई परियोजनाओं का उद्धघाटन किया था. वहीं, इसी महीने की शुरुआत में अमित शाह ने आगरा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी. दोनों बड़े नेताओं का एक महीने में दो बार यात्रा करना बताता है कि वे फिर एक बार यूपी फतह करना चाहते हैं.
बीजेपी किसी भी तरह से यूपी में अपनी पकड़ कमजोर नहीं होने देना चाहती है और शायद इसीलिए पीएम मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह लगातार सूबे का दौरा कर रहे हैं.