अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव की पत्नी के बारे में सोशल मीडिया में झूठी पोस्ट करने के बाद एक हवलदार को पहले गिरफ्तार किया गया और फिर उसे नौकरी से निलंबित कर दिया गया.
हवलदार ने लिखा था कि मुख्यमंत्री की पत्नी नीति देब ने अदालत में पति के खिलाफ 'तलाक की अर्जी' दी है. पुलिस ने यह जानकारी दी.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हवलदार जमाल हुसैन को सोशल मीडिया पर फर्जी जानकरी साझा करने के लिए गिरफ्तार किया गया. बाद में उसे निलंबित कर दिया गया."
हुसैन विधानसभा में विपक्षी माकपा नेता इस्लामउद्दीन का अंगरक्षक है.
त्रिपुरा पुलिस ने शुक्रवार को सोशल मीडिया यूजर अनुपम पाल के खिलाफ मामला दर्ज किया. पॉल ने ही मुख्यमंत्री की पत्नी द्वारा उनके खिलाफ दिल्ली अदालत में तलाक की अर्जी लगाने वाली झूठी खबर फैलाई थी.
उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अरिंदम नाथ ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस पॉल की तलाश कर रही है और जांच जारी है.
पॉल इससे पहले सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सोशल मीडिया विंग में काम करता था. इससे पहले भी उस पर विभिन्न मुद्दों को लेकर झूठे मैसेज फैलाने का आरोप लग चुका है.
पश्चिम बंगाल से चुनाव प्रचार कर रविवार को वापस लौटे विप्लव देब ने मीडिया को बताया कि इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि फेक न्यूज फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
देब की पत्नी नीति देब ने कहा कि वह अपने वैवाहिक जीवन के बारे में कुछ फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट से हैरान और स्तब्ध हैं.
उन्होंने कहा, "इस तरह के झूठे अभियान किसी व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा और हैसियत को बिगाड़ देते हैं. कोई भी, विशेष रूप से महिलाएं, इस तरह के संगीन सोशल मीडिया अभियानों का लक्ष्य नहीं होनीं चाहिए."
उन्होंने कहा, "कुछ हफ्ते पहले, राज्य की समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा मंत्री संताना चकमा, जो एक युवा आदिवासी महिला हैं, के खिलाफ भी इसी तरह का फर्जी सोशल मीडिया अभियान शुरू किया गया था."