लेह: हाल ही में पूर्वी लद्दाख (Ladakh) स्थित गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय और चीनी सेना के मध्य हुई झड़प में 20 जवानों की मौत हो गई, वहीं कहीं जवान इस झड़प में बुरी तरह से घायल हो गए थे. इस दर्दनाक घटना के पश्चात् देश के हर कोने से लोग चीन के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. इस कड़ी में फुंसुक लद्दाखी (Phunsuk Ladakhi) नाम के एक भारतीय कवि ने लद्दाख में भारतीय सेना के जवानों की वीरता पर एक कविता गाया है. इस कविता के माध्यम से उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए और घायल हुए जवानों की वीरता का वर्णन किया है.
बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते तीन जुलाई को गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के 18 दिन बाद लेह (Leh) जाकर स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान पीएम मोदी ने घायल हुए भारतीय सैनिकों से भी मुलाकात की. पीएम मोदी ने गलवान घाटी में घायल हुए सैनिकों से मुलाकात के दौरान बात करते हुए कहा, 'मैं आपको प्रणाम करता हूं और आपको जन्म देने वाली माताओं को भी शत्-शत् नमन करता हूं जिन्होंने आपको पाला-पोसा और देश को दे दिया.'
#WATCH Phunsuk Ladakhi, a poet recites his composition on the bravery of Indian Army personnel who fought in the Galwan Valley clash in Ladakh. pic.twitter.com/GSv9Lb677G
— ANI (@ANI) July 5, 2020
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इसके अलावा पीएम मोदी ने सैनिकों के साथ बात करते हुए कहा कि, '130 करोड़ देशवासी आपके प्रति गौरव का अनुभव करते हैं. आपका ये साहस और शौर्य हमारी पूरी नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रहा है. आपने जो रक्त बहाया है वो हमारी युवा पीढ़ी और देशवासियों को आने वाले लंबे अरसे तक प्रेरणा देता रहेगा.' पीएम मोदी ने कहा, 'दुनिया कि किसी भी ताकत के सामने न कभी झुके हैं न कभी झुकेंगे और ये बात मैं बोल पा रहा हूं आप जैसे वीर पराक्रमी साथियों के कारण.'
बता दें LAC पर हुई चीन के साथ झड़प में भारत माता के 20 सपूत वीरगति को प्राप्त हो गए थे. वहीं चीन को इस हिंसक झड़प में दोगुनी क्षति उठानी पड़ी थी.