जी20 की बैठक को लेकर पाकिस्तान की आपत्ति, भारत ने दिया जवाब
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी20 की बैठकों पर पाकिस्तान की आपत्ति को भारत ने खारिज कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी20 की बैठकों पर पाकिस्तान की आपत्ति को भारत ने खारिज कर दिया है.भारत ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी20 कार्यक्रम की मेजबानी करने पर पाकिस्तान की आपत्तियों को गुरुवार को खारिज करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी20 कार्यक्रमों का आयोजन स्वाभाविक है, क्योंकि वे भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग हैं.
भारत मई में श्रीनगर में जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक की मेजबानी कर रहा है, जबकि इस महीने के अंत में लेह में यूथ इंगेजमेंट समूह की बैठक होने वाली है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक सवाल के जवाब में कहा, "जी20 कार्यक्रम पूरे भारत में हो रहे हैं. देश के हर क्षेत्र में इनका आयोजन किया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में इन कार्यक्रमों का आयोजन बहुत स्वाभाविक है. क्योंकि वे भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग हैं."
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को भारत द्वारा अपने जी20 कैलंडर में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और लद्दाख के लेह में बैठक को शामिल करने के बाद "तीव्र आक्रोश" जाहिर किया था.
भारत बना अंतरराष्ट्रीय राजनीति का अखाड़ा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के इस कदम को "गैर-जिम्मेदार" और "स्वयं की हित" पूर्ति वाला बताया था. उसने लेह में यूथ20 फोरम के आयोजन को लेकर भी ऐतराज जताया था.
पाकिस्तान ने कहा था, "मई में श्रीनगर में जी20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक आयोजित करने के भारत के फैसले पर पाकिस्तान कड़ी आपत्ति जताता है. लेह और श्रीनगर में युवा मामलों से संबंधित एक सलाहकार मंच की दो अन्य बैठकें समान रूप से परेशान करने वाली हैं."
पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते हाल के सालों में तनाव भरे रहे हैं.
फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में भारत के लड़ाकू विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंपों पर बमबारी करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध गंभीर रूप से तनावपूर्ण हो गए थे.
इसके बाद अगस्त 2019 में भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को वापस लेने और राज्यों को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद संबंध और बिगड़ गए.