
Attack in Jammu: गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर के एयरपोर्ट क्षेत्र में जोरदार धमाके सुने गए, जिसके बाद शहर भर में ब्लैकआउट कर दिया गया. पाकिस्तान की ओर से 8 मिसाइलें दागी गईं, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही तबाह कर दिया. इस मिसाइल हमले में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. मिसाइलें जमीन तक पहुंच ही नहीं पाईं और उन्हें पहले ही नष्ट कर दिया गया. मिसाइल खतरे के बीच जम्मू शहर में जंगी सायरन बजाए गए. प्रशासन ने सभी नागरिकों को घरों में रहने का आदेश दिया. किश्तवाड़ और जम्मू डिवीजन में भी पूर्ण ब्लैकआउट किया गया. पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
भारत ने हाल ही में "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. इसके जवाब में पाकिस्तान ने अमृतसर, पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर, लुधियाना, भुज और चंडीगढ़ समेत 15 शहरों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. हालांकि, भारत की मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड और UAS काउंटर सिस्टम ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया.
शहर में जंगी सायरन, घरों में रहने की हिदायत
#WATCH | J&K | A complete blackout has been enforced in Samba of Jammu Division and sirens can be heard. pic.twitter.com/36CXykChOD
— ANI (@ANI) May 8, 2025
S-400 "सुदर्शन चक्र" ने दिया कड़ा जवाब
भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई में S-400 सुदर्शन चक्र मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए कई लक्ष्यों को भेद दिया. साथ ही, भारतीय सेना ने "Harpy" ड्रोन के जरिए पाकिस्तान के एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया. लाहौर में स्थित एक एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया है.
Harpy ड्रोन्स खासतौर पर रडार प्रणाली को खत्म करने के लिए बनाए गए हैं. ये दिन-रात, हर मौसम में, 9 घंटे तक मिशन पूरा कर सकते हैं. इनकी मारक क्षमता से पाकिस्तान के कई सुरक्षा तंत्र पंगु हो चुके हैं.
पाकिस्तानी हमलों में 16 मासूमों की मौत
पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं. इसके बाद भारत को मोर्टार और आर्टिलरी फायर का जवाब देना पड़ा. हालांकि, भारतीय सेना ने साफ कहा है कि वह युद्ध को बढ़ावा नहीं देना चाहती, लेकिन अगर पाकिस्तान उकसावे से बाज नहीं आया तो भारत भी पीछे नहीं हटेगा.