भारत में कोरोना वायरस ने दी दस्तक, केरल से सामने आया पहला मामला- चीन से लौटे छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव
कोरोनावायरस का कहर/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

चीन के वुहान शहर से फैला रहा कोरोना वायरस (corona virus) के कारण पूरी दुनिया में खौफ में है. इस कोरोना वायरस ने अब तक चीन में 170 जिंदगियों को निगल चूका है. जबकि इससे 7783 लोगों इसकी चपेट में हैं. इस वायरस को रोकने के लिए भारत भी जरूरी कदम उठा तो रहा है लेकिन इस बीमारी ने अब भारत में दस्तक दे दी है. भारत में भी कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि केरल (Kerala) में हुई. जहां पता चला है कि वुहान ( Wuhan University ) से लौटा छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित है. फिलहाल जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक मरीज की हालत स्थिर है. उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया हैं. वहीं इस खबर के बाद प्रशासन चौकस हो गई है. वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर मुमकिन कोशिश की जा रही है.

हुबेई की राजधानी वुहान में दिसंबर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना आरंभ हुआ था और अब यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है. कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. वहीं बिगड़ते हालात को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वह जल्द ही चीन में न्यू कोरोना वायरस की स्थिति जानने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ टीम भेजेगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, कोरोनावायरस के मरीज को जुकाम के साथ-साथ बुखार और थकान, सूखी खांसी और सांस लेने में परेशानी होती है.

गौरतलब हो कि भारत ने चीन से अनुरोध किया है कि वह हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति मांगा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि बीजिंग में भारतीय दूतावास जरूरी प्रचालन तंत्र के लिए चीन के प्राधिकारियों के सम्पर्क में है. एक आंकड़े के मुताबिक वुहान में करीब 700 हिंदुस्तानी छात्र आसपास के इलाकों में बने यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं. जिन्हें भारत सरकार वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रहा है.