उत्तर प्रदेश में स्कूल निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने के आरोप में एक गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

लखनऊ, 4 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक को स्कूलों के निर्माण के नाम पर 3.03 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी विनोद सिंह को रविवार को लखनऊ के लालबाग इलाके में उसके अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया. रिपोटरें के अनुसार, केंद्र ने राज्य में लड़कियों के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के निर्माण के लिए 2008 में फंड जारी किया था.

एक वरिष्ठ ईओडब्ल्यू अधिकारी ने कहा, "लखनऊ की एक निजी कंपनी को राज्य के 26 जिलों में स्कूल बनाने का ठेका मिला था. इस परियोजना की लागत 36 लाख रुपये प्रति स्कूल थी. बिजनौर को 13 स्कूल आवंटित किए गए और निर्माण की समय सीमा 2010 थी. हालांकि, कंपनी ने केवल कुछ ही निर्माण किए. कथित तौर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से, इमारतों और परियोजना निधि के लगभग 90 प्रतिशत के साथ छेड़छाड़ की गई. "यह भी पढ़े: Manish Gupta Death Case: पत्नी मीनाक्षी ने कहा- आरोपी पुलिसकर्मियों की हो गिरफ्तारी

इसके बाद, कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया और इसके एमडी विनोद सिंह, मैनेजर धर्मेंद्र सिंह और अध्यक्ष भिखारी सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. उन पर आपराधिक विश्वासघात और बेईमानी के आरोप में मामला दर्ज किया गया. अधिकारी ने कहा, "धर्मेंद्र सिंह को पहले गिरफ्तार किया गया. हमने अभी तक भिखारी सिंह को गिरफ्तार नहीं किया है. "स्थानीय पुलिस ने 2012 में बिजनौर में प्राथमिकी दर्ज की थी. 2014 में मामला ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कर दिया गया था. दो बुनियादी शिक्षा अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी गई है.