Omicron Peak: दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में कब आएगा कोरोना का पीक? ऐसे हो सकते हैं हालात

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत में कोरोना के मामले पीक पर पहुंच जाएंगे. विशेषज्ञों ने अनुमान जताया कि इस दौरान प्रतिदिन 5 लाख से 10 लाख तक कोरोना के नए मामले सामने आ सकते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: unsplash)

भारत में कोरोना (COVID-19) के आंकड़े डराने वाले हैं. रोजाना संक्रमण के नए मामलों में इजाफा जारी है. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of COVID-19) के पीक को लेकर कई स्टडी सामने आ रही हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत में कोरोना के मामले पीक पर पहुंच जाएंगे. विशेषज्ञों ने अनुमान जताया कि इस दौरान प्रतिदिन 5 लाख से 10 लाख तक कोरोना के नए मामले सामने आ सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस बार डेल्टा की तुलना में नए वेरिएंट की गंभीरता कम रहेगी. COVID-19: पिछले लॉकडाउन में दिक्कतों का सामना कर चुके प्रवासी मजदूर फिर लौट रहे अपने घर.

हेल्थ एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अलग-अलग राज्यों में कोरोना का पीक आगे-पीछे हो सकता है. IIT कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में बढ़ते कोविड के मामले जनवरी के मध्य के आसपास पीक पर होने की संभावना है. प्रोफेसर ने अनुमान जताया कि इन शहरों में इस महीने के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर लगभग खत्म हो जाएगी.

लगातार बढ़ रही कोरोना की रफ्तार

मनिंद्र अग्रवाल ने प्रारंभिक आंकड़ों का हवाला देते हुए आगे कहा कि पूरे भारत में कोरोना के मामले इस महीने के अंत तक चरम पर होंगे इस दौरान प्रतिदिन सामने आने वाले नए संक्रमितों की संख्या दूसरी लहर की तुलना में अधिक हो सकती है. मनींद्र अग्रवाल ने कहा, “प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन मामलों की गिरावट भी उतनी ही तेज होगी. मार्च तक, यह पीक लगभग खत्म हो जाएगा."

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