नूंह: विश्व हिंदू परिषद की ओर से आज ब्रजमंडल यात्रा निकालने के एलान के बाद प्रशासन अलर्ट है. नूंह और इसके आस-पास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और दंगा रोधी वाहन एवं ड्रोन तैनात किए गए हैं. प्राधिकारियों ने यात्रा की अनुमति नहीं दी है. इस बीच नूंह के नलहड़ मंदिर में लोगों ने पूजा अर्चा शुरू की है. हालांकि, पूजा के लिए पुलिस ने केवल स्थानीय लोगों को मंदिर में जाने दिया है. सोमवार सुबह नूंह शहर के लोगों को नलहड़ मंदिर में जाने से पहले रोका गया है. नलहड़ शिव मंदिर ने जल अभिषेक के लिए कुछ लोगों को ही अनुमति मिली है. विश्व हिंदू परिषद और हिंदू संगठनों के करीब 50 लोगों को अनुमति दी गई है. ये सभी लोग नूंह जिले के हैं. बाहरी व्यक्तियों को अनुमति नहीं दी गई है. नूंह में शोभायात्रा निकालने को लेकर फिर तनाव, सीमाएं सील, स्कूल-बैंक बंद, इंटरनेट पर रोक.
नूंह जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सोमवार को शैक्षणिक संस्थान और बैंक बंद रखने का आदेश दिया है. मोबाइल इंटरनेट और ‘बल्क एसएमएस’ सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. किसी भी बाहरी व्यक्ति को नूंह में प्रवेश की अनुमति नहीं है और जिले के सभी प्रवेश मार्गों को सील कर दिया गया है. कड़ी नजर रखने के लिए हरियाणा पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
नूंह में कड़ी सुरक्षा
अधिकारियों ने बताया कि अंतरराज्यीय और अंतरजिला सीमाओं पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस ने विभिन्न बिंदुओं पर अवरोधक लगाए हैं और सुरक्षा बल नूंह में प्रवेश कर रहे सभी वाहनों की गहन जांच कर रहे हैं. दंगा रोधी वाहन एवं ड्रोन भी तैनात किए गए हैं.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की यात्रा पर 31 जुलाई को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद नूंह और उसके आसपास के इलाकों में हुई सांप्रदायिक झड़पों में दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोग मारे गए थे.
धार्मिक यात्रा को अनुमति नहीं
सर्व जातीय हिंदू महापंचायत ने नूंह में बृज मंडल शोभा यात्रा 28 अगस्त को बहाल किए जाने का 13 अगस्त को आह्वान किया था. यह यात्रा जुलाई में सांप्रदायिक हिंसा के कारण बाधित हो गई थी.
विहिप ने कहा है कि यात्री निकाली जाएगी और इस तरह के धार्मिक आयोजनों के लिए प्रशासन से अनुमति लेने की कोई जरूरत नहीं है. बहरहाल, प्राधिकारियों ने यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुछ हफ्ते पहले हुई नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए रविवार को पंचकूला में कहा था कि ‘यात्रा’ की अनुमति नहीं दी गई है. उन्होंने कहा था, ‘‘यात्रा में भाग लेने के बजाय लोग जलाभिषेक के लिए अपने-अपने इलाकों के मंदिरों में जा सकते हैं.’’ उन्होंने कहा था कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.
पुलिस ने बताया कि अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनी के अलावा हरियाणा पुलिस के 1,900 कर्मी तैनात किए गए हैं. जिले के सभी प्रवेश मार्गों को सील कर दिया गया है और नलहड़ मंदिर की ओर जाने वाली सड़क भी बंद कर दी गई है. नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने ‘शोभा यात्रा’ के आह्वान के मद्देनजर निर्धारित स्थानों पर 57 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं.