बैटरी स्टोरेज के लिये नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल के नये तरीकों की जरूरत : गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि देश को बैटरी स्टोरेज के लिये नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल के नवोन्मेषी (इनोवेटिव) तरीकों की जरूरत है.
नयी दिल्ली, 4 मई : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बुधवार को कहा कि देश को बैटरी स्टोरेज के लिये नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल के नवोन्मेषी (इनोवेटिव) तरीकों की जरूरत है. गडकरी ने इंडिया एनर्जी स्टोरेज अलाएंस (आईईएसए) द्वारा यहां आयोजित इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक 2022 कार्यक्रम के दौरान कहा कि 2030 तक बैटरी टेक्नोलॉजी की मांग तेज हो जायेगी. उन्होंने कहा कि ऐसा अनुमान है कि अगले पांच साल में सभी वाहन इलेक्ट्रिक हो जायेंगे.
उन्होंने कहा, ''मैं ईवी वाहन कारोबार से जुड़े सभी लोगों को इस बात के लिये प्रेरित करता हूं कि वे साथ मिलकर स्वच्छ और हरित ऊर्जा भविष्य के लिये नवोन्मेषी हल विकसित करके देश की बेहतरी की दिशा में काम करें.'' उन्होंने कहा कि बैटरी के मानकीकरण से ईवी को अपनाने की गति में तेजी आयेगी. इसके साथ ही बैटरी स्टोरेज सिस्टम का भी मानकीकृत होना जरूरी है. वाहन उद्योग महत्वपूर्ण क्षेत्र है और बैटरी टेक्नोलॉजी की मांग आने वाले दिनों में बढ़ेगी. आईईएसए के मुताबिक ऊर्जा स्टोरेज उद्योग के करीब 24 प्रतिशत की वृद्धि दर से विकसित होने का अनुमान है. साल 2026 तक यह उद्योग 36 प्रतिशत की दर से विस्तृत होगा. इस दौरान ईवी बैटरी बाजार 30 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा. यह भी पढ़ें : Nepal: काठमांडू एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, दो हफ्ते बाद नेपाल दौरे पर जाने वाले हैं PM मोदी
आईईएएसए इंडिया के प्रबंध निदेशक डॉ राहुल वालावॉकर ने कहा कि ई मोबिलिटी का भविष्य और पर्यावरण पर उसका प्रभाव वैश्विक चिंता का विषय है. ऐसे में ई मोबिलिटी संबंधी समुचित नियम कायदों की जरूरत है ताकि इसके ईकोसिस्टम को बढ़ावा दिया जा सके और इसे लोगों के अनुकूल बनाया जा सके.