ट्रांसपोर्टस ने खत्म किया देशव्यापी हड़ताल, आज से सड़को पर वापस लौटेंगे 90 लाख ट्रक

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के बैनर तले जारी देशभर के ट्रांसपोर्टस की हड़ताल खत्म हो गई है. शुक्रवार को केंद्र सरकार के आग्रह के बाद हड़ताल स्थगित कर दिया है. ट्रक चालक बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों के खिलाफ 18 जून से हड़ताल पर थे.

केंद्र के आग्रह पर ट्रक चालकों ने हड़ताल वापस लिया (Photo Credits : Twitter)

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के बैनर तले जारी देशभर के ट्रांसपोर्टस की हड़ताल खत्म हो गई है. शुक्रवार को केंद्र सरकार के आग्रह के बाद हड़ताल स्थगित कर दिया है. ट्रक चालक बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों के खिलाफ 18 जून से हड़ताल पर थे. इससे देश के 90 लाख ट्रकों के पहिए थम गए थे.

ऑल इंडिया कंफेडरेशन ऑफ गुड्स व्हिकल्स ऑनर्स एसोसिएशन (एसीओजीओए) ने कहा कि केंद्र से टेलीफोन कॉल के बाद हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया गया और हमें 27 जून के बाद वार्ता के लिए कहा गया है.

एसीओजीओए के अध्यक्ष चन्ना रेड्डी और महासचिव राजेंद्र सिह ने कहा, "हमें केंद्रीय मंत्रालय से टेलीफोन आया है. चूंकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 27 जून तक देश में नहीं हैं, इसलिए हमसे हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया गया और 27 जून के बाद वार्ता के लिए आने को कहा गया है."

उन्होंने कहा, "इसे देखते हुए और लोगों के हित में, हमने हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है."

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के साथ ही ऑल इंडिया कॉफेडरेशन ऑफ गुड्स वेहिकल्स ओनर्स एसोसिएशन ने भी इस हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया था. एसोसिएशन के अनुसार सभी ट्रक चालकों की मांग है कि पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत को तत्काल प्रभाव से कम किया जाए.

पांच दिनों से जारी हड़ताल अगर और बढती तो आम आदमी की रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े सामानों की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो जाती. ट्रांसपोर्टर्स का आरोप है कि सरकार डीजल से रोड टैक्स के रूप में 8 रुपये प्रति लीटर और टोल चार्ज के रूप में 8 रुपये प्रति किलोमीटर वसूल रही है. जिसकी वजह से ट्रांसपोर्ट और संबंधित कारबारों पर करीब 3000 करोड़ रुपये का रोजाना नुकसान हो रहा है.

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