मुंबई पुलिस के ACP रमेश नंगारे ने दुनिया को कहा अलविदा, एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी को कोरोना संकट से उबारने के लिए मिला था अवार्ड
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारी रमेश नंगारे (Ramesh Nangare) का निधन हो गया है.
मुंबई: एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारी रमेश नंगारे (Ramesh Nangare) का निधन हो गया है. वर्तमान में वह मुंबई के साकीनाका (Sakinaka) डिवीजन में बतौर सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) तैनात थे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनका गुरुवार की सुबह हृदयाघात (Cardiac Arrest) से मृत्यु हो गई. अप्रैल के बाद से पहली बार पिछले 24 घंटो में धारावी में कोविड-19 का नया मामला सामने नहीं आया
एक अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही 55 वर्षीय रमेश नांगरे ने कोविड-19 (COVID-19) वैक्सीन का दूसरा शॉट लिया था. हालांकि वे वैक्सीन लेने के बाद स्वस्थ थे. उनके करीबियों के मुताबिक रमेश नांगरे नियमित योग अभ्यास करने वाले एक फिट पुलिस अधिकारी थे, जिस वजह से उन्हें कोई पूर्व स्वास्थ्य शिकायत नहीं थी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने उनकी मृत्यु के पीछे कोरोना वैक्सीन होने की बात को खारिज किया है. जबकि परिवार ने भी उनके निधन से कोविड-19 वैक्सीन का कोई नाता होने की बात नहीं कही है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रमेश नांगरे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा “कोरोना संक्रमण के दौरान उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले एवं वर्तमान में धारावी में सहायक पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यरत कोरोना योद्धा रमेश नंगारे के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर दुखी हूँ. स्वर्गीय नंगारे जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ. एसीपी रमेश नंगारे के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. एक असली कोरोना वॉरियर, कोरोना महामारी के दौरान धारावी में उनके कार्य के लिए सम्मानित किया गया. दिवंगत आत्मा को शत शत नमन एवं शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ.”
धारावी में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में सफल होने पर तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर रमेश नांगरे को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सम्मानित भी किया था. धारावी में एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के रूप में ड्यूटी पर रहते हुए नांगरे ने अपने परिवार से मार्च से मई के बीच मुलाकात नहीं की, जिससे उनका परिवार कोरोना से सुरक्षित रहे. वह 2024 में रिटायर होने वाले थे.