
Mumbai Local Ticket Checking: अगर आप बिना फर्स्ट क्लास टिकट के मुंबई लोकल की फर्स्ट क्लास बोगियों में सफर करने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाइए! 16 जून से सेंट्रल रेलवे (CR) एक विशेष टिकट जांच अभियान शुरू करने जा रहा है. इसका मकसद फर्स्ट क्लास यात्रियों को बेहतर सुविधा देना और बिना अनुमति सफर करने वालों पर सख्ती करना है. शनिवार को CR की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि यह अभियान लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शुरू किया जा रहा है, जिसमें फर्स्ट क्लास डिब्बों में बिना टिकट यात्रियों की बढ़ती संख्या की बात सामने आई है.
इस विशेष अभियान के तहत, पिक ऑवर्स यानी व्यस्त समय में फर्स्ट क्लास डिब्बों में खास टिकट चेकिंग टीमें तैनात रहेंगी.
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कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है
रेलवे ने साफ कर दिया है कि अगर कोई यात्री बिना वैध फर्स्ट क्लास टिकट या पास के पकड़ा गया, तो मौके पर ही जुर्माना वसूला जाएगा. अगर कोई यात्री जुर्माना देने से इनकार करता है, तो उसे अगले स्टेशन पर टिकट चेकिंग स्टाफ के हवाले कर दिया जाएगा. जरूरत पड़ने पर उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.
रेलवे की इन चेकिंग टीमों के साथ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के जवान भी मौजूद रहेंगे. ये टीमें अलग-अलग लोकल ट्रेनों में रोटेशन के आधार पर "एंड टू एंड" चेकिंग करेंगी, यानी ट्रेन के शुरू से अंत तक हर डिब्बे में जांच की जाएगी.
वैध टिकट या सीजन पास ज़रूर रखें
रेलवे का कहना है कि इस मुहिम का मकसद असली फर्स्ट क्लास यात्रियों के अधिकारों की रक्षा करना और पूरे सबअर्बन नेटवर्क में किराये की निष्पक्षता सुनिश्चित करना है. रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान वैध टिकट या सीजन पास ज़रूर रखें और टिकट चेकिंग स्टाफ का सहयोग करें.
सेंट्रल रेलवे हर दिन चार प्रमुख कॉरिडोर – मेन लाइन और हार्बर लाइन समेत – पर 1,810 लोकल ट्रेनें चलाती है, जिनमें 40 लाख से ज्यादा यात्री रोज़ाना सफर करते हैं. इस भीड़भाड़ के बीच फर्स्ट क्लास यात्रियों को एक सुरक्षित और आरामदायक सफर देने के लिए ये कदम उठाया गया है.