Mother Teresa Birth Annievrsary 2020: मदर टेरेसा की 110वीं जयंती, कोलकाता स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी में लोगों ने उनकी समाधि पर दी श्रद्धांजलि
पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी में मदर टेरेसा की 110वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया. इसके साथ ही उनकी समाधि पर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर विशेष प्रार्थना की. वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के प्रधान नगर में भी मदर टेरेसा की जयंती पर विशेष प्रार्थना की गई. इस अवसर पर सिस्टर्स द्वारा कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
Mother Teresa Birth Annievrsary 2020: आज मदर टेरेसा की 110वीं जयंती (Mother Teresa 110th Birth Anniversary) पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. जरूरतमंद और असहाय लोगों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली मदर टेरेसा (Mother Teresa) का जन्म 26 अगस्त 1910 को मेसिडोनिया (Macedonia) के स्कोप्जे (Skopje) शहर में हुआ था. साल 1929 में भारत आने के बाद उन्होंने कुछ समय तक सेंट टेरेसा स्कूल में टीचिंग की, फिर उन्होंने कोलकाता के स्कूल में पढ़ाना शुरू किया. उन्होंने 7 अक्टूबर 1950 को कोलकाता में मिशनरीज ऑफ चैरिटी (Missionaries of Charity) की स्थापना की, जिसमें आज भी अनाथ व असहाय लोगों को सहारा दिया जाता है. मदर टेरेसा की 110वीं जयंती पर उनके लिए विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कोलकाता (Kolkata) स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी में मदर टेरेसा की 110वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया. इसके साथ ही उनकी समाधि पर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर विशेष प्रार्थना की.
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वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के प्रधान नगर में भी मदर टेरेसा की जयंती पर विशेष प्रार्थना की गई. इस अवसर पर सिस्टर्स द्वारा कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. यह भी पढ़ें: Mother Teresa Birth Annievrsary 2020 Wishes: इन प्यारे HD Wallpapers, Images, WhatsApp Stickers, Quotes, GIF Greetings के साथ मनाएं मदर टेरेसा की 110वीं जयंती
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गौरतलब है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी की शाखाएं दुनिया के तकरीबन 130 देशों में खुल चुकी हैं, जिनके द्वारा लगातार असहाय और जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है. मदर टेरेसा को उनके योगदान के लिए साल 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. कहा जाता है कि उन्होंने प्राइज मनी लेने से इनकार कर दिया था और कहा था कि इसे भारत के गरीब लोगों में दान कर दिया जाए. उनका निधन 5 सितंबर 1997 को हुआ था.