Karnataka Shocker: पत्नी, बेटे और भाई ने मिलकर शख्स को उतारा मौत के घाट, फिर कार में रख कर लगा दी आग- इस तरह रची साजिश
कर्नाटक में पुलिस ने शिवमोग्गा जिले में एक व्यक्ति की हत्या के मामले में उसकी पत्नी और बच्चों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने 26 सितंबर को अचापुरा गांव निवासी विनोद (45) की हत्या कर दी गई थी.
शिवमोग्गा (कर्नाटक), 2 अक्टूबर: कर्नाटक (Karnataka) में पुलिस ने शिवमोग्गा जिले में एक व्यक्ति की हत्या के मामले में उसकी पत्नी और बच्चों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने 26 सितंबर को अचापुरा गांव निवासी विनोद (45) की हत्या कर दी गई थी. लेकिन घटना दो दिन बाद ही सामने आई, जब क्षेत्र के एक जंगल में चालक की सीट पर एक शव के साथ पूरी तरह से जली हुई कार मिली.
गिरफ्तार लोगों की पहचान पीड़िता की पत्नी बीनू (42), उनके बड़े बेटे विवेक (21), छोटे बेटे विष्णु (19), बीनू की बहन के बेटे अशोक (23) और विनोद के भाई संजय (36) के रूप में हुई है. यह सभी गिरफ्तारियां शुक्रवार को की गईं. पुलिस के अनुसार विनोद की हत्या करने के बाद आरोपी शव को हुनसेकोप्पा वन क्षेत्र में एक कार में ले गया और आत्महत्या का मामला बनाने के लिए उसमें आग लगा दी. यह भी पढ़े: Uttar Pradesh: कानपुर में कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के बाद पत्नी ने होटल का लाइसेंस रद्द करने की मांग की
पुलिस ने कहा कि पड़ोसी शहर की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग को लेकर पीड़ित ने अपने परिवार के साथ लड़ाई की. इस मुद्दे ने उनके और उनके परिवार के सभी सदस्यों के बीच संबंधों में दरार पैदा कर दी. हाल ही में विनोद ने अपनी जमीन बेच दी थी और अपने दोस्त को बड़ा हिस्सा देने की योजना बनाई थी. वह एक और संपत्ति बेचने की भी योजना बना रहा था. पुलिस ने कहा कि विनोद के आचरण से परेशान परिवार के सदस्यों ने उसकी हत्या की साजिश रची.
आरोपियों ने 26 सितंबर को पेट्रोल खरीदा और अन्य तैयारी की. उन्होंने कथित तौर पर लोहे के तार से विनोद का गला घोंट दिया और उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया, जिसके बाद उसके शरीर को कार में रख कर आग लगा दी गई. इस बीच, जली हुई कार का पता लगाने वाली थीर्थहल्ली पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या का मामला माना. लेकिन जब पुलिस ने परिजनों से पूछताछ शुरू की तो दोनों के बयान एक-दूसरे से अलग थे. पांचों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.