लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सियासी पारा गरम हो चूका है. विपक्ष की एकजुटता ने मोदी सरकार के माथे पर शिकन ला दिया है. क्योंकि एक तरफ मोदी को सत्ता में बने रहना है तो दूजी तरफ विपक्ष किसी भी हाल में केंद्र में बीजेपी की सरकार को नहीं बनने देना चाहती है. ऐसे में दोनों ही तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर अपने चरम पर है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 22 जनवरी को मालदा में होनेवाली सभा को लेकर फिर राजनीति शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि अपनी इस सभा के साथ ममता बनर्जी की सरकार और उनके गठबंधन को लेकर तेज हमला कर सकते हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने कोलकाता में हुई विपक्षी दलों की युनाइटेड इंडिया रैली का आयोजन कर चुकी हैं. इस रैली में ममता के साथ मोदी विरोधी सभी नेता एक मंच पर नजर आए थे. जहां से सभी ने उनकी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने की बात पर जोर दिया. वहीं कोलकाता में ममता बनर्जी ने विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाकर अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया. कोलकाता (Kolkata) के ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर तृणमूल कांग्रेस की बड़ी रैली में करीब करीब 20 लाख लोगों एकत्रित होने की बात कही गई.
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वहीं अमित शाह मालदा में होनेवाली सभा को लेकर फिर राजनीति शुरू हो गई है. जिला प्रशासन ने मालदा एयरपोर्ट पर उनके हेलीकॉप्टर को लैंड कराने से साफ मना कर दिया था. जिसके बाद बीजेपी काफी नाराज चल रही थी. लेकिन अमित शाह के हेलीकॉप्टर को लैंडिंग का परमिशन मिल गया है.
#UPDATE: Malda district administration has granted permission to BJP to land helicopter on 22 January at the ground opposite to Hotel Golden Park in Malda where the helicopter of CM lands too. https://t.co/ShHeKTWG78
— ANI (@ANI) January 21, 2019
बता दें कि अमित शाह की इस रैली को बीजेपी बेहद महत्पूर्ण बता रही है. उनके अनुसार यह सभा ममता की सरकार समेत विपक्ष के लिए एक करारा जवाब होगा और इससे बीजेपी की ताकत दिखाई देगा. वहीं बीजेपी ममता की सरकार को घरने के मूड में नजर आ रही है.