नई दिल्ली: 'मी टू' अभियान के तहत महिला पत्रकार पल्लवी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर रेप का आरोप लगाया था. महिला के इस आरोप के बाद अकबर ने अपनी तरफ से सफाई दिया था कि उनका यह सम्बन्ध आपसी रजामंदी से बना था. अकबर के इस सफाई पर महिला की तरह से जवाब आया है. पीड़ित महिला का कहना है कि जबरदस्ती और ताकत का गलत इस्तेमाल कर बनाए गए संबंध कभी सहमति वाले नहीं हो सकते हैं.
वहीं आगे महिला पत्रकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर पलटवार करते हए कहा कि उनके और एमजे अकबर के बीच सहमति से संबंध नहीं बने थे. वे इस मामले में अपने को बचाने के लिए झूठ बोल रहे है. यह भी पढ़े: रेप मामले में एमजे अकबर ने दी सफाई, कहा- सहमति से बना था सबंध, पत्नी मल्लिका ने पीड़िता पर लगाया घर तोड़ने का आरोप
महिला पत्रकार का आरोप
बता दें कि शिंगटन पोस्ट में प्रकाशित महिला पत्रकार पल्लवी के बयान के मुताबिक जयपुर के एक होटल में अकबर खबर पर चर्चा के लिए उनके साथ थे, जहां होटल के कमरे में उन्होंने उसका रेप किया. पीड़िता की मानें तो उन्होंने बचने की काफी कोशिश की, लेकिन अकबर उनसे ज्यादा ताकतवर थे. उन्होंने उनके कपड़े फाड दिए और उनके साथ रेप किया.
पीड़ित महिला पत्रकार के अनुसार उन्हें उस वाकये पर ज्यादा जिल्लत महसूस हो रही थी, इसलिए उन्होंने इस घटना का जिक्र किसी से नहीं किया. उनका कहना है कि क्या कोई उनकी बात पर भरोसा करता, इसलिए उन्होंने खुद को इस घटना के लिए दोषी मान लिया. लेकिन अकबर के खिलाफ कि महिलाओं को मी टू अभियान के तहत सामने आने के बाद उन्होंने ने भी अकबर के खिलाफ सामने आने का फैसला लिया.
बता दें कि इस महिला के आरोप से पहले महिला पत्रकार प्रिय रमानी और कई महिलाओं ने अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा चुकी है. 'मी टू' अभियान का असर ही है कि एमजे अकबर को प्रिय रमानी द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद उन्हें अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है. हालांकि वे महिला पत्रकार प्रिय रमानी के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का दवा किया है.