पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में बैठक, सिद्दू बोले 'ऑल इस वेल'
कांग्रेस वॉररूम में पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक. बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए. पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की ये तीसरी बैठक हुई.
नई दिल्ली, 30 दिसंबर : कांग्रेस वॉररूम में पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक. बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए. पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की ये तीसरी बैठक हुई. शाम 6 बजे शुरू हुई इस बैठक में पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन, पंजाब के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ इसके साथ ही कई अन्य सदस्य मौजूद रहे. उम्मीद लगाई जा रही है कि अगले महीने तक कांग्रेस पंजाब विधानसभा के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी.
इस बैठक के बाद स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा, "पंजाब विधानसभा की ज्यादातर सीटों पर चर्चा हुई है. पार्टी अच्छे उम्मीदवार चुनाव में उतारेगी. पंजाब में भाजपा एग्जिस्ट नही कर रही है." वहीं सुनील जाखड़ ने कहा, "टिकट उन्हें दिया जा रहा है, जिनमें जीतने की क्षमता, एक परिवार में एकल टिकट, उन सीटों से वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा जाएगा जो उन्होंने पहले जीत हासिल कर चुके हैं, आदि कई कारक हैं. आज सीटों पर चर्चा हुई लेकिन अंतिम सूची सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली सीईसी जारी करेगी." वहीं सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से लगातार मतभेद के बावजूद बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, "ऑल इस वेल, कांग्रेस विन." यह भी पढ़ें :Jammu-Kashmir: सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, 2 पाकिस्तानी समेत जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकियों का खात्मा
सूत्रों के अनुसार इस बार कांग्रेस पार्टी लगभग 60 मौजूदा विधायकों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. इनमें से 17 ऐसे विधायक चिह्न्ति किए गए हैं, जिनकी टिकट पर संशय बना है. इनमें से अधिकतर विधायक पूर्व मुख्यमंत्री और पीएलसी के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी बताए जा रहे हैं. तीन विधायक पहले ही कैप्टन के साथ जा चुके हैं, पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है. उम्मीद लगाई जा रही है कि जनवरी के पहले सप्ताह में पंजाब को लेकर कांग्रेस पार्टी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाकर पहली सूची पर अंतिम मुहर लगा देगी.
हालांकि पंजाब कांग्रेस में सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के बीच विवाद जल्द सुलझता हुआ नहीं दिख रहा है. उत्तराखंड के बाद अब तक उम्मीद लगाई जा रही थी कि जल्द ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पंजाब जाकर सीएम चन्नी और सिद्धू के विवाद को सुलझा आएंगे, जिसको लेकर पार्टी की ओर से 3 जनवरी को राहुल गांधी की पंजाब के मोगा में संभावित रैली बताई जा रही थी. इस रैली को लेकर पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को दिल्ली में कहा कि फिलहाल अब तक इसको लेकर कोई तारीख तय नहीं की गई है.