Maharashtra Weather Today: महाराष्ट्र में चक्रवात ‘मोंथा’ का असर, IMD ने मुंबई सहित 17 जिलों में बारिश को लेकर जारी किया येलो अलर्ट
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Maharashtra Weather Today:  महाराष्ट्र में मानसून की विदाई हो चुकी है, लेकिन चक्रवात ‘मोंथा’ के प्रभाव के चलते राज्य के कई हिस्सों में दोबारा बारिश का दौर शुरू हो गया है.भारत मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र के 17 जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है.

हालांकि चक्रवात मोंथा आंध्र प्रदेश के तट पर लैंडफॉल के बाद कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसका असर अब भी जारी है. यह सिस्टम अब गहरे दबाव क्षेत्र (Deep Depression) में बदल गया है और इसके अवशेष उत्तर भारत की ओर बढ़ रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार, 30 अक्टूबर से बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे कम होने की संभावना है, लेकिन उत्तर महाराष्ट्र और विदर्भ के कुछ हिस्सों में गुरुवार तक भारी वर्षा बनी रह सकती है. यह भी पढ़े: Cyclone Montha Update: चक्रवात ‘मोंथा’ पहुंचा काकीनाडा, तमिलनाडु में छह दिनों तक बारिश की संभावना

मुंबई और उपनगर में आज बारिश के आसार

IMD के पूर्वानुमान के अनुसार मुंबई में आज तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. बारिश के बीच अधिकतम तापमान 34°C और न्यूनतम तापमान 26°C के आसपास रह सकता है. उत्तर कोकण (North Konkan) क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण पालघर जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

पश्चिमी महाराष्ट्र का हाल

पुणे, सतारा, सांगली, सोलापुर और कोल्हापुर जिलों में वर्षा की गतिविधि अब कमजोर पड़ गई है. कुछ इलाकों में हल्की बौछारों को छोड़कर ज्यादातर स्थानों पर मौसम शुष्क रहने की संभावना है.

उत्तर महाराष्ट्र का हाल

नासिक, जलगांव, धुले और नंदुरबार जिलों में भारी वर्षा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. अहमदनगर में मौसम अपेक्षाकृत शांत और हल्का रहेगा.

मराठवाड़ा क्षेत्र में कैसा रहेगा मौसम

छत्रपति संभाजीनगर, जलना और परभणी जिलों के लिए IMD ने मध्यम से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. क्षेत्र के अन्य जिलों में मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा.

विदर्भ क्षेत्र

वाशिम और यवतमाल को छोड़कर, विदर्भ के बाकी नौ जिलों में वर्षा गतिविधि के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया है.

आगे का पूर्वानुमान

 

मौसम विभाग के अनुसार, 1 नवंबर से महाराष्ट्र में वर्षा की तीव्रता काफी कम हो जाएगी, जिससे किसानों और स्थानीय निवासियों को लगातार हो रही बारिश से राहत मिलेगी।

हालांकि, हाल की असमय वर्षा ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.