महाराष्ट्र: दसवीं की परीक्षा में फेल होने के डर से तीन छात्राओं ने की आत्महत्या, दो की मौत
घटना बुलढाना जिले के खामगांव की है. जहां एक ही स्कूल में पढ़ने वाली तीन लड़कियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है. पहले बताया गया कि पानी पुरी खाने के बाद फूड पॉइजन होने से मौत हुई है, लेकिन पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि चूहे मारने की दवा खाने से दोनों छात्राओं की मौत हुई है.
महाराष्ट्र के बुलढाणा (Buldhana) जिले में दसवीं की परीक्षा में फेल होने के डर से तीन छात्राओं ने चूहे मारने की दवा खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जिसमें दो छात्राओं की मौत हो गई और एक की हालत काफी गंभीर है. घटना बुलढाना जिले के खामगांव की है. जहां एक ही स्कूल में पढ़ने वाली तीन लड़कियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है. पहले बताया गया कि पानी पुरी खाने के बाद फूड पॉइजन होने से मौत हुई है, लेकिन पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि चूहे मारने की दवा खाने से दोनों छात्राओं की मौत हुई है. तीनों ने पहले चूहे मारने की दवा खाई फिर पानी पुरी खाई.
तीनों लडकियां नयना सदाशिव शिंदे, निकिता अनिल रोहणकार और रुपाली किशोर उनवणे दसवीं कक्षा की छात्रा थी. जो नेशनल स्कूल में एक साथ पढ़ती थीं. इन दिनों इनके प्रैक्टिकल एग्जाम चल रहे थे. बोर्ड एग्जाम होने से इन्हें लगने लगा की ये तीनों परीक्षा में फेल हो जायेंगी. जिससे तीनों लड़कियां काफी डर गईं थी. फिर एग्जाम में फेल होने के डर से इन्होने आत्महत्या करने की ठान ली. सबसे पहले निकिता ने चूहा मारने की दावा खाई और फिर उसके बाद नयना औरे रुपाली ने भी जहर खा लिया.
चूहा मारने की दावा खाने के बाद तीनों ने पानी पूरी भी खाई और अपने घर चली गईं. घर पहुंचने के बाद बेचैनी और उलटी के चलते घर वालों ने इन्हें तुरत अस्पताल पहुंचाया. नयना सदाशिव शिंदे (16), निकिता अनिल रोहणकार (15) दोनों छात्राओं की मौत हुई है. साथ ही रुपाली किशोर उनवणे की हालत गंभीर बताई जा रही है. रुपाली ने इलाज के दौरान सारी सच्चाई पुलिस को बताई. बता दें कि कक्षा 10 वीं की महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षा 1 मार्च, 2019 से शुरू होगीं.