नई दिल्ली:- पूरे देश में हर साल छठ महापर्व को देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना का साया इस महापर्व पर भी मंडराने लग गया है. देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों में छठ उत्सव पर पाबंदी लगा दिया गया है. वहीं, इसी कड़ी में महाराष्ट्र में नगर निगम पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ ने COVID-19 के मद्देनज़र सार्वजनिक स्थानों पर और जल निकायों के पास छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया. कोरोना वायरस का सबसे अधिक महाराष्ट्र में देखा जा रहा है. जबकि पिंपरी-चिंचवड में इसका असर अधिक देखा गया था.
बता दें कि महाराष्ट्र में जैसे ही दिवाली त्योहार समाप्त हुआ, कोविड-19 से मौत और नए मामलों का आना बुधवार को फिर से शुरू हो गया, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंताएं बढ़ गईं. तीन दिनों तक दोहरे अंकों में रहने के बाद मौतों का रोजाना औसत आंकड़ा 100 था, कुल मौतों का आंकड़ा 46,202 तक गया था, जो बढ़कर 5,011 तक जा पहुंचा. राज्य में कोरोना से उबरने की दर में सुधार जारी है, रिकवरी रेट अब 92.75 प्रतिशत है. वर्तमान में 80,221 सक्रिय मामले हैं और मरीजों की कुल संख्या 16,30,111 हो गई है. Chhath Puja 2020 Rituals at Home: कोरोना संकट के चलते नहीं जा सकते घाट? इन 4 तरीकों से घर पर दें भगवान सूर्य को अर्घ्य और मनाएं छठ पूजा का पर्व.
ANI का ट्वीट:-
Maharashtra: Municipal corporations of Pune and Pimpri Chinchwad ban chhath puja at public places and near water bodies, in view of COVID-19.
— ANI (@ANI) November 19, 2020
गौरतलब हो कि झारखंड, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोनो वायरस महामारी फैलने की आशंका के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर्व पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके लिए राज्य की सरकारों ने गाइडलाइन जारी किया है. जिसके मद्देनजर त्योहार के लिए जारी किए गए राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. जिसमें श्रद्धालु नदियों, तालाबों, झीलों और अन्य जल निकायों में छठ पूजा नहीं कर पाएंगे.