महाराष्ट्र के गवर्नर ने सीएम उद्धव ठाकरे से कहा- बिना देरी किए फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराएं
कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लगाया गया. इस लॉकडाउन के कारण ट्रेन, विमान, दफ्तर, गाड़ियां, कारखाना, स्कूल, कॉलेज सब बंद हो गए. लॉकडाउन के कारण देश अन्य राज्यों की भांति महाराष्ट्र (Maharashtra) में छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई. जिसके लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) से महाराष्ट्र में विश्वविद्यालयों (Universities) के छात्रों (Students) के फाइनल ईयर की परीक्षा के आयोजन के मुद्दे को जल्दी से हल करने के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को छात्रों के हित में कोई और देरी किए बिना निर्णय लेने को कहा है.
कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लगाया गया. इस लॉकडाउन के कारण ट्रेन, विमान, दफ्तर, गाड़ियां, कारखाना, स्कूल, कॉलेज सब बंद हो गए. लॉकडाउन के कारण देश अन्य राज्यों की भांति महाराष्ट्र (Maharashtra) में छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई. जिसके लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) से महाराष्ट्र में विश्वविद्यालयों (Universities) के छात्रों (Students) के फाइनल ईयर की परीक्षा के आयोजन के मुद्दे को जल्दी से हल करने के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को छात्रों के हित में कोई और देरी किए बिना निर्णय लेने को कहा है.
बता दें कि इससे पहले शिक्षा मंत्री सावंत ने कहा था कि कोरोना वायरस को लेकर उनकी राज्य के सभी युनिवर्सिट के वाइस चांसलर के साथ एक बैठक हुई. जिस बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि राज्य के सभी फाइनल ईयर(Final Year Examinations) के छात्रों की परीक्षा को छोड़ सभी क्लास के छात्रों को अगली क्लास में प्रोमोट किया जाएगा. वहीं उनकी ओर से बताया गया कि फाइनल ईयर के छात्रों के लिए परीक्षा जुलाई में आयोजित की जायेगी. जिसके बाद फाइनल ईयर की परीक्षा कब होंगी उसके लिए सवाल उठने लगा था.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. पिछले 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र में 2,940 नए केस सामने आए. इस नए आंकड़ो के साथ महाराष्ट्र में अब कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 44,582 हो गई है. ऐसे में छात्रों की परीक्षा करना ठाकरे सरकार के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.