ईडी के खिलाफ भष्टाचार की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने बनाई एसआईटी
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है.
मुंबई, 5 अप्रैल : महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल (Dilip Walse-Patil) ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी का गठन शिवसेना सांसद संजय राउत के 28 फरवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर ईडी पर मुंबई में रंगदारी रैकेट चलाने के आरोप लगाने के बाद किया गया है.
वाल्से-पाटिल ने कहा, "हमने इन आरोपों की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. इसकी अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वीरेश प्रभु कर रहे हैं. हम उन्हें इसकी जांच के लिए जो भी समय वो चाहेंगे, देंगे." राउत ने ईडी अधिकारियों की एक सूची दी थी और उन पर जितेंद्र नवलानी नामक व्यक्ति की मदद से करोड़ों रुपये की उगाही का आरोप लगाया था. इससे पहले पुलिस उपायुक्त की निगरानी में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) इसकी जांच कर रही थी, लेकिन अब यह जांच एसआईटी करेगी. यह भी पढ़ें : राज ठाकरे के बयान से नाराज मनसे के एक और पदाधिकारी ने इस्तीफा दिया
8 मार्च को, राउत ने मीडिया के सामने एक सनसनीखेज खुलासा किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कैसे ईडी के अधिकारी और भाजपा के करीबी माने जाने वाले नवलानी ने विभिन्न बिल्डरों और कॉरपोरेट्स से धमकियों की जांच के बदले में कथित तौर पर धन लिया. राउत ने केंद्रीय एजेंसी पर भाजपा के 'एटीएम' की तरह काम करने का आरोप लगाया था.बाद में, शिवसेना नेता अरविंद भोसले ने पुलिस में एक शिकायत की, लेकिन अब इसकी जांच एसआईटी करेगी.