महाराष्ट्र: आधी रात को डॉक्टर ने ऑनलाइन ऑर्डर की व्हिस्की, अकाउंट से कटे 26,652 रूपये
प्रतीकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र: आधी रात को एक डॉक्टर ऑनलाइन व्हिस्की सर्च करना बड़ा ही महंगा पड़ गया. पास की शराब की दुकान सर्च करने के चक्कर में 32 वर्षीय डॉक्टर के अकाउंट से 26,652 रुपये कट गए. पुणे मोहम्मदवाड़ी के डॉक्टर एक प्राइवेट अस्पताल में काम करते हैं. डेबिट कार्ड से शराब की खरीदारी के दौरान वन-टाइम पासवर्ड का डिटेल का खुलासा करने के बाद अकाउंट से पैसे कट गए. ये घटना रात 12: 15 से 1:15 के बीच की है. रात में डॉक्टर व्हिस्की की बोतल खरीदना चाहता था और उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया. सर्च करने पर उन्हें मगरपट्टा में सनी वाइन शॉप का कॉन्टैक नंबर मिला और उन्होंने तुरंत उन्होंने उस नंबर पर फोन लगाया और अपने ब्रैड की व्हिस्की है या नहीं इसकी जानकारी ली. उनका ब्रैंड उपलब्ध है ये जानने के बाद डॉक्टर ने फोन उठाने वाले शख्स को कहा कि वो स्टोर पर आकर व्हिस्की खरीद लेगा.

जिस शख्स ने फोन उठाया था, उसने खुद को स्टोर का कर्मचारी बताया और कहा कि दुकान जल्द ही बंद हो जाएगी और ऑनलाइन ऑर्डर देने को कहा, उसने कहा कि उनकी शराब घर पहुंचा दी जाएगी. डॉक्टर ने विश्वास करके 1,850 रुपये की व्हिस्की ऑर्डर कर दी. फिर डॉक्टर ने भुगतान करने के लिए शख्स को बैंक डिटेल देने के लिए कहा. हालांकि, संदिग्ध ने लेन-देन जारी रखने से पहले डॉक्टर को अपने मशीन पर डिटेल रजिस्टर्ड करने के लिए उनके डेबिट कार्ड की जानकारी शेयर करने के लिए मना लिया.

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डिटेल्स शेयर करने के कुछ सेकंड के भीतर, डॉक्टर को एक ओटीपी मिली, जिसे उन्होंने संदिग्ध के साथ शेयर किया और उनके अकाउंट से 1,850 रुपये कट गए. कुछ मिनट बाद डॉक्टर को उसी व्यक्ति का फोन आया, उसने डॉक्टर से कहा कि डिलीवरी बॉय उपलब्ध न होने की वजह से डिलीवरी नहीं की जा सकती है. साइबर अपराधी ने डॉक्टर के खाते में पेमेंट अमाउंट ट्रान्सफर करने के बहाने, उसे अपने सेल फोन पर ओटीपी भेजने के लिए कहा. डॉक्टर ने ऐसा करने से कई बार मना किया. फिर किसी दूसरे शख्स ने फोन लिया और डॉक्टर को ओटीपी साझा करने के लिए मना लिया. डॉक्टर ने 7 बार OTP शेयर किया, उनके अकाउंट से 7 बात ट्रांजैक्शन हुए. जिसके बाद उनके अकाउंट से कई बार में 26,652 रूपए कट गए.

डॉक्टर ने मीडिया को बताया कि, साइबर अपराधियों ने दो लेनदेन करने के लिए दो संदेश भी भेजे थे, एक 1.15 लाख रुपये और एक 1 लाख रुपये से अधिक के. उसके बाद “मुझे एहसास हुआ कि मेरे साथ धोखा हुआ है. मैं उस जगह गया, जहां स्टोर होना चाहिए था, लेकिन वहां स्टोर जैसा कुछ भी नहीं था. उन्होंने कहा कि चोरों ने बातचीत के दौरान उनसे हिंदी में बातचीत की. “लेकिन जब मैंने अपने खाते से 26,652 रुपये डेबिट किए जाने के बाद उन्हें कॉल करने की कोशिश की, तो गुजराती में रिकॉर्डेड मैसेज सुना, जो कह रही थी कि ये नंबर अभी व्यस्त है.

इस मामले पर डॉक्टर ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.