महाराष्ट्र: पुणे सहित सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हुई, 19702 घर ढहे

पुणे संभाग के सभी पांच जिलों सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई और 4 लोग अभी भी लापता हैं. बाढ़ के कारण 8000 से अधिक जानवर मारे गए. बाढ़ के कारण यहां कुल 19702 घर ढह गए है. बाद के कारण यहां के लोगों की जिंदगी अस्त व्यस्त हो गई है.

बाढ़ के पानी से भरा शहर, (फोटो क्रेडिट्स: ट्विटर)

महाराष्ट्र: पुणे संभाग के सभी पांच जिलों सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई और 4 लोग अभी भी लापता हैं. बाढ़ के कारण 8000 से अधिक जानवर मारे गए. बाढ़ के कारण यहां कुल 19702 घर ढह गए है. बाद के कारण यहां के लोगों की जिंदगी अस्त व्यस्त हो गई है. जल भराव की वजह से यहां के लोग घरों में फंसे हुए हैं मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों को प्रसाशन पर निर्भर रहना पड़ रहा है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीते एक सप्ताह के दौरान हुई भयंकर बारिश से आए बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है. बाद के कारण तीन दिन पहले मरने वालों की संख्या 43 थी जो बढ़कर अब 54 तक पहुंच गई है. अब तक 4,74226 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बाढ़ के कारण 584 गांवो पर इसका असर पड़ा है. 596 शेल्टर कैंप बनाए गए हैं. जहां लोगों को रखा गया है. बाढ़ के कारण मुंबई, ठाणे, पुणे और अन्य शहरों जैसे केंद्रीय शहरों पर भी असर पड़ा है. यहां पर लोगों को दूध, फल और सब्जियों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. प्रसाशन द्वारा बचाव अभियान जारी है, खाना और मूलभूत वस्तुएं लोगों तक पहुंचाई जा रही है.

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गौरतलब हो कि पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश के कारण कोल्हापुर और सांगली जिला समेत पश्चिमी महाराष्ट्र में कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं. इस बीच बाढ़ का पानी उतरने के बाद कई दिनों से बंद मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग खुलने से ट्रक फंसे हुए ट्रक और अन्य वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. कोल्हापुर में पानी उतरने के बाद राजमार्ग को आंशिक रूप से खोला गया हैं. सांगली और कोल्हापुर जिलों की कृष्णा और पंचगंगा नदियों में जलस्तर कम होने के बाद प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात सामान्य करने का प्रयास कर रहा है.

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