Maharashtra: मई 2021 से पहले नहीं होगी कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षा, दिवाली के बाद खुलेंगे 9वीं से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल
शिक्षा मंत्री ने कहा, इन कक्षाओं के छात्र महामारी प्रोटोकॉल को मैनेज करने में सक्षम होंगे और कोरोना वायरस के फैलने का कोई डर नहीं होगा. हम मई में कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं और यह तभी संभव है जब हम दिवाली के तुरंत बाद स्कूलों की शुरुआत करेंगे."
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की राज्य शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने कहा कि, शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा मई 2021 से पहले आयोजित करना संभव नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार दिवाली (Diwali 2020) के बाद कक्षा 9 से 12 के लिए स्कूल खोलने की योजना बना रही है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट ने उनके हवाले से कहा, "हमारा विभाग 9 से 12 वीं कक्षा के लिए दिवाली के तुरंत बाद स्कूल खोलने की योजना बना रहा है. कक्षाएं दो सत्रों में या वैकल्पिक दिनों में आयोजित की जाएंगी, ताकि COVID-19 महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाई रखी जा सके.
शिक्षा मंत्री ने कहा, इन कक्षाओं के छात्र महामारी प्रोटोकॉल को मैनेज करने में सक्षम होंगे और कोरोना वायरस के फैलने का कोई डर नहीं होगा. हम मई में कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं और यह तभी संभव है जब हम दिवाली के तुरंत बाद स्कूलों की शुरुआत करेंगे." Maharashtra: उद्धव सरकार ने दिवाली को लेकर जारी की गाइडलाइंस, जनता से की पटाखे ना जलाने की अपील.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार अगले शैक्षणिक वर्ष में देरी नहीं करना चाहती है. कक्षा 1 से 8 के लिए स्कूल अभी नहीं खोले जाएंगे. पहले चरण में हम कक्षा 9 और उससे बड़ी कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की योजना बना रहे हैं. निचली कक्षाओं के छात्रों के लिए, ऑनलाइन कक्षाएं हमेशा की तरह जारी रहेंगी. स्कूलों को खोलने के बारे में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा लिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने कहा, हम नहीं चाहते हैं कि स्कूल खुलने के बाद उन्हें फिर से कोरोना वायरस के चलते बंद किया जाए जैसा कि आंध्र प्रदेश और दिल्ली जैसे कुछ अन्य राज्यों में हुआ.
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मानसून के दौरान परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं होगा क्योंकि छात्रों को समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा, "हम अगले साल मई में मानसून के बाद या सितंबर के दौरान बोर्ड परीक्षा करवा सकते हैं. हालांकि, परीक्षाओं को सितंबर तक धकेलने के परिणामस्वरूप एक और शैक्षणिक वर्ष बर्बाद हो जाएगा, जो हम नहीं चाहते हैं."