Mahakumbh 2025: ठंड का कहर, महाकुंभ में स्नान के बाद 3 की मौत, 3 हजार लोग बीमार
महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से शुरू हो चुका है, जहां लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम घाट पहुंच रहे हैं. लेकिन इस धार्मिक आयोजन पर कड़ाके की ठंड का साया मंडरा रहा है.
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से शुरू हो चुका है, जहां लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम घाट पहुंच रहे हैं. लेकिन इस धार्मिक आयोजन पर कड़ाके की ठंड का साया मंडरा रहा है. शाही स्नान के बाद ठंड और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 हजार से अधिक लोग बीमार हो गए हैं.
महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के बीच ठंड और स्वास्थ्य समस्याएं जानलेवा साबित हो रही हैं. निमोनिया, हृदय संबंधी समस्याओं के मरीज अस्पतालों में बढ़ गए हैं.
तीन लोगों की मौत
शरद पवार की पार्टी के एक नेता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें झूंसी केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
राजस्थान के कोटा से आए सुदर्शन सिंह भी स्नान के बाद अस्वस्थ हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई. डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट को मौत का संभावित कारण बताया है.
85 वर्षीय अर्जुन गिरी को स्नान के बाद हार्ट अटैक आया. अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई.
3 हजार से अधिक लोग बीमार
केंद्रीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि 13 जनवरी को ओपीडी में 3 हजार से अधिक मरीज आए. 262 मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें से 37 की गंभीर स्थिति को देखते हुए अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया. मरीजों में ज्यादातर ठंड, निमोनिया, हृदय संबंधी समस्याओं और सांस की तकलीफ के शिकार थे. 650 श्रद्धालुओं की मौके पर जांच की गई. राहत कार्य के लिए महाकुंभ क्षेत्र में एंबुलेंस सेवा दिन-रात जारी है.
भीषण ठंड में ऐसे रखें अपना ध्यान
- गर्म कपड़े पहनें: ठंड से बचने के लिए ऊनी कपड़े और टोपी का इस्तेमाल करें.
- गर्म पानी पिएं: शरीर को हाइड्रेटेड रखें और ठंडे पेय पदार्थों से बचें
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बुजुर्ग और बीमार सावधानी बरतें, हृदय और श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोग सतर्क रहें.
- भीड़ से बचें: ज्यादा भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें और स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी रखें.
फर्जी खबरों पर पुलिस की सख्ती
महाकुंभ के दौरान 11 श्रद्धालुओं की मौत की फर्जी खबर सोशल मीडिया पर फैलाई गई, जिससे मेला क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. पुलिस ने इसे झूठी खबर बताते हुए एफआईआर दर्ज की है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैलाए गए भ्रामक पोस्ट हटाए जा रहे हैं.