UP: माफिया मुख्तार अंसारी की आंख में हुआ मोतियाबिंद, इलाज के लिए कोर्ट में लगाई गुहार, जज दिया ये जवाब

माफिया मुख्तार अंसारी ने कहा कि 'जज साहब मेरी दाहिनी आंख में मोतियाबिंद हो गया है, इलाज करवा दीजिए. जेल प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा.

(Photo : X)

4 जनवरी 2024: उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब चल रही है. बुधवार को बाराबंकी कोर्ट में वर्चुअल पेशी के दौरान उसने जज को अपनी बिगड़ती आंखों की जानकारी दी. मुख्तार ने बताया कि उसकी दाहिनी आंख में मोतियाबिंद हो गया है, जिससे उसे देखने में काफी दिक्कत हो रही है. उसने जेल प्रशासन पर इलाज न मिलने का भी आरोप लगाया. जिसपर जज ने कहा कि इसके लिए प्रार्थना पत्र दीजिए.

माफिया मुख्तार अंसारी ने कहा कि 'जज साहब मेरी दाहिनी आंख में मोतियाबिंद हो गया है, इलाज करवा दीजिए. जेल प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा. मुख्तार अंसारी की बात सुनकर मामले की सुनवाई कर रहे जज कमलकांत श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए प्रार्थना पत्र दीजिए.  मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल से वर्चुअी हाजिर हुए थे. मुकदमे की अगली सुनवाई 11 जनवरी को होगी.

आपको बता दें कि फर्जी एंबुलेंस मामले में मुख्तार अंसारी समेत 13 लोगों पर नगर कोतवाली में 2022 में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने मुकदमे की अगली तारीख 11 जनवरी तक टाल दी है.

इससे पहले मुख्तार अंसारी ने अपनी जान को खतरा बताया था. उसने जज से कहा था कि जेल में उसकी हत्या करवाई जा सकती है. जिसपर उसके बैरक की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे. जेल में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर डेढ़ प्लाटून PAC के जवान को मिलाकर करीब 150 जेल पुलिस और सिविल पुलिस के जवानों की तैनाती हैं. 77 CCTV कैमरों से पूरे जेल कैंपस में निगरानी रखी जाती है. जेल के अंदर मौजूद जवान बॉडी कैमरे से लैश रहते हैं. जेल में हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जाती है.

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