Lakhimpur Kheri Violence: योगी सरकर का बड़ा फैसला, 6 सदस्यीय SIT की टीम करेगी लखीमपुर-खीरी घटना की जांच
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt)ने लखीमपुर-खीरी घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसमें रविवार को नौ लोगों की मौत हो गई थी
Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt)ने लखीमपुर-खीरी घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसमें रविवार को नौ लोगों की मौत हो गई थी. छह सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त एसपी अरुण कुमार करेंगे और इसमें डीएसपी संदीप सिंह और तीन निरीक्षक शामिल होंगे. यह भी पढ़े: Lakhimpur Kheri Violence: सुप्रीम कोर्ट के सीटींग जज करें लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच- शरद पवार ने की मांग
लखीमपुर-खीरी में रविवार को उस समय हिंसा भड़क उठी थी, जब कुछ लोगों ने विरोध कर रहे किसानों को अपने वाहन से कुचल दिया था, जिसके बाद किसानों की ओर से हिंसक प्रतिक्रिया देखने को मिली। घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी. वहीं लखीमपुर खीरी हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी दल इस घटना का राजनीतिकरण कर रहे हैं. भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने आईएएनएस से कहा कि यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब जांच चल रही है, तब विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी जाने की जल्दी में क्यों हैं.
फतेहपुर सीकरी के लोकसभा सदस्य चाहर ने कहा, "एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई और जब राज्य सरकार कार्रवाई कर रही है, तो वे (विपक्षी नेता) उस जगह की यात्रा करने के लिए इतने अड़े क्यों हैं. पहले राज्य सरकार को कार्रवाई करने दें और मृतकों के परिवारों को पोस्टमार्टम पूरा करने के बाद शवों का अंतिम संस्कार करने दें. वे बाद में क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं.
कांग्रेस शासित राजस्थान में प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा, "लखीमपुर खीरी जाने के इच्छुक कांग्रेसी नेताओं ने राजस्थान के हनुमानगढ़ में किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है. चाहर ने हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उत्तर प्रदेश की यात्रा की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस निर्धारित मानदंडों के खिलाफ एक नई प्रथा शुरू कर रही है.