Kolkata Rape and Murder Case: कोलकाता रेप और मर्डर केस में राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया, उन्नाव, हाथरस और कठुआ की घटना का किया जिक्र
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल दिखने को मिल रहा है.
नई दिल्ली, 14 अगस्त : पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल दिखने को मिल रहा है. देशभर में जूनियर डॉक्टर, मेडिकल छात्रा और डॉक्टर सड़क पर उतरकर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोलकाता में जूनियर डॉक्टर की रेप और मर्डर पर सोशल मीडिया के जरिए पहली प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कि इस वीभत्स घटना से पूरा देश स्तब्ध है. इसके साथ ही राहुल गांधी ने निर्भया केस, हाथरस, उन्नाव में यौन उत्पीड़न का भी जिक्र करते हुए भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने सवाल पूछा कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसी जगह पर डॉक्टर्स सेफ नहीं हैं तो किस भरोसे अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने बाहर भेजें? यह भी पढ़ें : UP Shocker: लखनऊ में चोरी करने आए बदमाशों ने की एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ममता सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, ''कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई रेप और मर्डर की वीभत्स घटना से पूरा देश स्तब्ध है. उसके साथ हुए क्रूर और अमानवीय कृत्य की परत दर परत जिस तरह खुलकर सामने आ रही है, उससे डॉक्टर्स कम्युनिटी और महिलाओं के बीच असुरक्षा का माहौल है. पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश अस्पताल और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है. इस घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसी जगह पर डॉक्टर्स सेफ नहीं हैं तो किस भरोसे अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने बाहर भेजें?''
उन्होंने आगे एक्स पोस्ट में लिखा, ''निर्भया केस के बाद बने कठोर क़ानून भी ऐसे अपराधों को रोक पाने में असफल क्यों हैं? हाथरस से उन्नाव, और कठुआ से लेकर कोलकाता तक महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती घटनाओं पर हर दल, हर वर्ग को मिलकर गंभीर विचार-विमर्श कर ठोस उपाय करने होंगे.''
आखिर में राहुल गांधी ने लिखा, ''मैं इस असहनीय कष्ट में पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं. उन्हें हर हाल में न्याय मिले और दोषियों को ऐसी सज़ा मिले जो समाज में एक नजीर की तरह प्रस्तुत की जाए.'